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kanpur 27.04.2015 आसमानी विपदाओं ख़ास कर ज़लज़ले से महफूज़ रखने के लिए आज दोपहर पटकापुर के लॉरी पार्क में सामूहिक दुआएं मांगी गईं।हज़ारों की तादाद में स्थानीय महिला पुरुष और बच्चे इस ख़ास दुआ में शरीक हुए. मस्जिद ए खैर पटकापुर के इमाम मौलाना फखरुद्दीन ने इस अवसर पर अल्लाह से रो रो कर हिन्दुस्तान और पूरी दुनिया पर अपने रहम की फरयाद की। मौलाना ने कहा के ज़लज़ला अल्लाह के अज़ाबों (आपदा) में से एक बड़ा अज़ाब है जिस से सारी दुनिया को डर लगता है।इस डर को हम सब पिछले दो दिनों से लगातार महसूस कर खौफ में जी रहे हैं। ज़लज़ले विनाशकारी होते हैं जिस में इंसान मरते हैं चाहे वो किसी देश और धर्म से तालुक रखते हों । मौलाना ने कहा की इंसान को अपनी औक़ात में रह कर हमेशा ऊपर वाले को याद रखना चाहिए ताके वो हम से नाराज़ न हो।आगे कहा की इस विपदा की घडी में हमेशा एक दुसरे की मदद को तयार रहना चाहिए वो भी बिना भेद भाव। इस अवसर पर पीली मस्जिद इमाम हाफ़िज़ मामूर ने क़ुरान की तिलावत के बाद लोगों से अपील की के वो अफवाहों पर ध्यान न दें क्यूंकि भूकम्प कभी भी बता कर नहीं आता। ज़िन्दगी और मौत अल्लाह के हाथ है लिहाज़ा किसी के बहकावे में न आकर अल्लाह की ज़ात पर भरोसा रखें। अगर ज़लज़ले के झटके महसूस हों तो एहतियात के तौर पर किसी खुली जगह पर पहुंच जाएँ मगर अफवाह के चलते रातभर खुले मैदानों में न बिताएं।