राजेश मिश्रा /वाराणसी, संतों की अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान गदौलिया चैराहें पर बीते सोमवार को हुए बवाल को लेकर पुलिस ने कांग्रेस विधायक अजय राय को कल देर रात बाबतपुर हवाई अडडे से गिरफ्तार कर न्यायजिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया है। पुलिस ने बवाल में 106 लोगों को नामजद किया है और एक सैकड़ा से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज कराए है। बवाल के बाद से कांशी का मौहाल अभी भी गर्माया नजर आ रहा है आज जिला प्रशासन ने स्वामी मुक्कत्ते स्राहनंद की गिरफ्तारी के लिए दिन भर कवायद करता रहा लेकिन देर शाम तक सफलता उसके हाथ नहीं लगी। स्वामी की सम्भावित गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थकों ने आश्रम परिसर के आस पास डेरा डाल रखा है। शायद ही कराण है कि जिला प्रशासन स्वामी की गिरफ्तारी में कोई जल्द बाजी नहीं दिखा रहा है। बवाल के बाद पुलिस ने 48 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें न्यायजिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है। कांग्रेस विधायक अजय राय की गिरफ्तारी के बाद शहर के लोगों में खासा आक्रोश व्याप्त है और उनका कहना है कि पुलिस जान बूझकर कांशी के सम्प्रादियक सौवार्ध को बिगाड़ने का काम रही है। जबकि विधायक अजय राय का कहना है कि कांशी धर्म की नगरी है और यहां पर संतों का लाठियां बरसी जो अर्धम है। धर्म की रक्षा के लिए कांशी वासी होने के नाते वह संतों की अन्नाय प्रतिकार यात्रा में शामिल हुए थे। रहा सवाल सियासत का तो कांग्रेस सर्व समाज की पार्टी है। पार्टी नफा नुकसान देखकर रिस्ते नहीं निभाती है। उन्होंने घटना के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर गणेश विर्सजन के दौरान हुई घटना को सरकार ने गम्भीरता लिय होता तो शायद बवाल की नौबत ही न आती। उनका यह भी कहना है कि स्वामी की गिरफ्तारी यहां के मौहाल को खराब कर सकती है। लिहाजा प्रशासन को कोई भी कदम उठाने से पहले यहां की शान्ति व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना होगा। क्योकि जल्दबाजी और पेशबंदी में प्रशासन की ओर से लिया गया कोई भी निर्णय कांशी की कानून व्यवस्था के लिए खलल पैदा कर सकती है। पुलिस ने आज भी बवाल वाले क्षेत्रों में फ्लैगमार्च कर लोगों से अमन चैन बनाए रखने की अपील की।