लखनऊ/ snn प्रदेश के दो दर्जन से अधिक जनपदों में हुई हिंसक वारदातों पर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपना नज़रिया स्पष्ट करते हुए सभी जनपदों के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षकों को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा की जिन जनपदों में इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं वहां के अधिकारियों पर इसकी गाज गिरना लग भग तय है /मुख्यमंत्री ने इस गाज की शुरुवात फतेहपुर व सोनभद्र से शुरू भी कर दी है जिसे लेकर हिंसक घटनाओं से जूझ रहे प्रशासनिक अमले के माथे पर चिंता की लकीरे खींच दी है जिसके चलते वह जहाँ अपने अपने जनपदों में माहौल को सामन्य बनाने के लिए जूझ रहे हैं वहीँ मुख्यमंत्री का यह फरमान उनके गले की फाँस बन कर उन्हें चुभ रहा है/ऐसे समय पर जब एक तरफ त्योहारों का पर्व और दूसरी तरफ पंचायती चुनाव को शान्तिपूर्ण तरीके से निपटाना शासन प्रशासन के लिए चुनौती बना है वहीँ प्रदेश में होने वाली सांप्रदायिक हिंसक घटनाओं ने पुलिस व प्रशासन को अग्निपरीक्षा के एक ऐसे मोड़ पर लाकर खाद कर दिया है जिसे पर करने में कौन कितना सफल रहा यह तो स्थितियां सामन्य होने के बाद ही पता चल पाए गा लेकिन मुख्य्मन्त्ग्री के तेवरों ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि शासन की ओर से गिरने वाली गाज की चपेट में हिंसा प्रभावित जनपदों के कई अधिकारी आ सकते हैं /