लेदर उत्पादों के माध्यम से समूची दुनिया में अपना परचम पहराने वाली टेफ्को में सन २००१ में गैर कानूनी ढंग से की गयी ताला बंदी के चलते वहां पर कार्यरत कर्मचारियों के समक्ष रोजी रोरी का ख़ासा संकट पैदा हो गया है जिसके चलते पिछले काफी समय से अनशन पर बैठ कर अपने आन्दोलन को धर दे रहे हैं लेकिन सरकार के कानों में अब रटक जू नहीं रेंगी .कर्मचारियों का कहना है की सरकार की उदासीनता के चलते एशिया के इस जाने माने प्रतिष्ठान को जबरन ताला बंदी की ओर धकेलने का काम वहां के भ्रष्ट अधिकारीयों ने किया है जिसकी उच्चस्तरीय जाँच कराई जनि चाहिए .अनशनरत कर्मचारियों का कहना है की उनके २००१ से बकाये का अब तक भुगतान न किये जाने से उनकी पारिवारिक स्थिति जर्जर हो चुकी है इस मौके पर उन्हों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा .सिटी मजिस्ट्रेट ने जूस पिला कर अनशन पर बैठे लोगों का अनशन खत्म कराया .अनशन की अगुवाई अरविन्द कुमार यादव ने की.
