आदरणीय अखिलेश जी, इस उम्मीद से यह ख़त लिख रहा हूं कि पढ़ते ही आप मंत्री राममूर्ति वर्मा को सस्पेंड कर देंगे। पद और पार्टी दोनों से। 43 साल के एक नौजवान मुख्यमंत्री को एक साधारण सा फ़ैसला करने में इतनी दिक्कत आ रही है, मैं समझना नहीं चाहता। जिसे जला दिया गया उसके जैसी विवशता तो आपकी नहीं हो ... Read More »