सुलतानपुर:- सुल्तानपुर जनपद के युवाओं द्वारा राईन नगर चौराह दरियापुर में आयोजित जलसा सीरतुन्नबी सल्ल0 में सुलतानपुर आए कार्यवाहक क़ाज़ी ए शहर व महासचिव जमियत उलेमा कानपुर मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक़ उसामा क़ासमी का कई किलोमीटर दूर से ही युवाओं ने मोटरसाइकिलों पर सवार होकर जोशीले अन्दाज़ में ज़ोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर मौलाना उसामा क़ासमी ने नगरवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि हज़रत मुहम्मद स0अ0व0 और आपके सहाबा रजि0 ने दीन की खातिर बहुत जुल्म सहे, परेशानियां उठायीं, लेकिन अब हमसे अधिक कोइ मूर्ख नहीं होगा कि हम मुहम्मद स.अ.व. की लाए हुए दीन व शरीअत को सीख और समझ न सकें और इससे अधिक जानने की कोशिश भी न करें। मौलाना ने कहा कि शैतान का काम है ईमान को शरीयत और आखिरत से दूर करनो लेकिन अगर हम खुद इसके लिए जागरूक और चौकन्ने रहें कि किसी कीमत पर भी शैतानों वाले काम नहीं करेंगे तो शैतान में इतनी शक्ति और ताकत नहीं कि वह हमसे कोई गलत काम करवा सके, इसके लिए हमारे दिलों में ईमान के भावने की जरूरत है। दिलों में अल्लाह के भय के साथ मोहम्मद स.अ.व. और आपके प्यारे सहाबा से प्रेम करने की जरूरत है। मौलाना ने कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश के युवा जो हमारी विशाल पूंजी हैं कि अगर यह जोश में आ जाएं तो हवा का रुख बदल दें, यदि अच्छाई और भलाई के रास्ते पर चलें तो हर घर दीनदार और मोहल्ले मोहल्ले मस्जिदें ,मदरसे स्थापित हो जाएं और अगर बुराई पर आमादा हो जाएं तो कहिए मोहल्ले मोहल्ले सिनेमाघर और अन्य अपराध सामान्य हो जाए। युवाओं की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि वह दीन को खुद सीखें समझें और अपने देशबंधओं के सामने भी यह व्यावहारिक नमूना पेश करें। जलसे का आगाज क़ारी मुहम्मद सलमान की तिलावत से हुआ। अध्यक्षता मौलाना मुफ्ती मुहम्मद मुशीर कासमी ने फरमाई। संचालन के कर्तव्यों को मौलाना मुम्मद अकरम ने अंजाम दिये। शायर इस्लाम मौलाना मुहम्मद तारिक हाशिम नदवी और क़ारी असदुल्लाह फैजी, बुलबुल बागे मदीना मौलवी अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह नात व मनकबत पेश किया। जलसे में मौलाना शेर मुहम्मद कासमी शिक्षक मदरसा सिराजुल उलूम ने भी लोगों को मुहम्मद स0अ0व0 की सीरत से अवगत कराया। अंत में मौलाना उसामा क़ासमी की दुआ पर जलसा संपन्न हुआ। जलसे के संयोजक हाफिज मुहम्मद सलमान , सरबाज अहमद साहब ने आए हुए सभी मेहमानों को धन्यवाद दिया।
