कानपुर/मदरसा रज़ाकिया मदीनतुलउलूम बांसमंडी में आयोजित शहीदे आज़म कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए काजी शहर मौलाना आलम राजा खान नूरी ने कर्बला में शहीद नवासा ए रसूल हज़रात इमाम हुसैन और उनके ७२ साथियों की कुर्बानियों की अजमत बयान करते हुए कहा की हज़रात इमाम हुसैन रजी अल्लाहो ताला अंहो ने अपनी शहादत से हमें सब्र करने की बेमिसाल सीख दी /काजी शहर ने कहा की इमाम हुसैन की शहादत को १३७६ साल बीत चुके हैं लेकिन उनके चाहने वालों को लगता है की यह अलमनाक वाकया बस अभी हुआ है/नूरी साहब ने इमाम हुसैन की सीरत पर बोलते हुए कहा की कर्बला की तपती ज़मीन पर हुसैन और साथियों ने सब्र का पैगाम दिया जिसे मुसलमानों को अपनी ज़िन्दगी में ढालना चाहिए /नूरी ने कहा की हज़रत हुसैन की कुर्बानी हम से शरियत पर चलने की मांग करती है लिहाज़ा मुसलामानों को चाहिए की वह नबी के नवासे इब्ने अली हज़रत हुसैन की शहादत को हरदम याद रखें और मुसीबत के समय उनकी बताई बातों पर अमल करें तो इंशाल्लाह हर परेशानी छोटी लगे गी /जलसे के बाद देश और दुनिया में अमन चैन कायम रहने की दुआ की गयी /इस अवसर पर शाह आज़म बरकाती ,हाफ़िज़ अब्दुल रहीम बहराईची सहित अनेक लोग मौजूद थे /
