abu obaida कानपुर.छोटे मियाँ का अहाता कर्नलगंज स्थित इमामबरगाह हादी बेगम के पुनर्निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है .आधारशिला रखे जाने के १४वे दिन तक १५ कालम खड़े किये जा चुके हैं .माहे रमजान की पहली तारीख यानी १९ जून बरोज़ जुमा शिया धर्मगुरु इमाम ए जुमा मौलाना अली अबस नजफ़ी ने इमाम बारगाह के पुनर्निर्माण का संगे बुनियाद राखी थी .मुतवल्ली कल्बे अब्बास उर्फ़ मजहर शहाब व् नवाबीं ए खानदान की संयुक्त अज्ञ्वाई में ७५ वर्षों बाद इमाम बारगाह की नए सिरे से तामीर कराइ जा रही है .याद रहे की मुतवल्ली नियुक्त होने के बाद कल्बे अब्बास ने पहले पहले महिलाओं के बैठने के लिए जर्जर हो चुकी इमारत को गिरवाया था और बाद में इमाम बारगाह के मुख्य भवन के तीन चौथाई भाग को गिरवा दिया था .फर्श को बराबर किया गया और उसके बाद इमाम बाड़े के पुनर्निर्माण का काम शुरू कराया गया,नज़र ओ नियाज़ के साथ आधार शिला रखे जाने के बाद सब को मिठाई बांटी गयी .इया मौके पर मौलाना तसव्वुफ़ हुसैन जाफरी कर्बलाई(लखनऊ)कर्बला आज़म अली खान कर्नल गंज स्थित मस्जिद फुँदन बेगम के पेश नमाज़ मौलाना जावेद अली जौनपुरी सपा नगर पार्षद हाजी मुंसिफ अली रिजवी कर्बलाई,पार्षद मोहम्मद वासी अंसारी शबाब आलम,हसन आब्दी ,अली अथर सहित वक्फ के अनेक किरायेदार एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे .सभी ने इमाम बारगाह के पुनर्निर्माण पर हर्ष व्यक्त किया कहा की शहाब के मुतवल्ली बन्ने के बाद इमामबारगाह का नए सिरे से निर्माण सम्भव हो सका पुराने मुतवल्ली जीणोद्धार का डंका पीटते रहे मगर किया कुछ नहीं .मुतवल्ली ने बताया की इस बिल्डिंग के निर्माण में २५ लाख की लागत का अनुमान है जिसमे नवाबीं के खानदान के अलावा शिया वक्फ बोर्ड के चयरमैन वसीम रिजवी व अन्य लोगों का सहयोग शामिल है निर्माण मुहर्रम तक पूरा हो जाए गा .बतादें की कर्बला हादी बेगम की इमारत ७५ साल पुरानी थी जहाँ साल भर मातम और मजलिसों का दौर चलता था जिसमे जर्जर भवन के चलते लोगों को डर बना रहता था अब निर्माण के बाद महिलाओं को मजलिस व् अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में सहूलियत हो गी .
