कानपुर,। जनपद के साउथ सिटी में बने नगर निगम के रतनलाल शर्मा स्टेडियम में अब क्रिकेट के मैच के अलावा सभी खेल खेलें जाएंगे। नगर महापालिका के स्टेडियम में क्रिकेट मैच को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
स्टेडियम पर अब केवल कबड्डी, खो-खो, कुश्ती, टेबिल टेनिस, वॉलीबॉल व बास्केटबॉल जैसे खेलों की प्रतियोगिताओं का आयोजन ही कराया जा सकेगा। इसके लिए पालिका के खेल विभाग ने कमर कस ली है। उन्होंने मैदान की क्रिकेट बुकिंग पर रोक लगा दी है यही नहीं क्रिकेट मैच के लिए पहले से बुकिंग की धनराशि को भी लौटाने व उसे बेनाझाबर वाले मैदान पर स्थानान्तरित करने का भी निर्णय लिया है। नगर पालिका के सहायक क्रिकेट प्रशिक्षक व खेल अधिकारी जफर आलम ने यह निर्णय वहां पर मैच आयोजकों और क्षेत्रवासियों के बीच लगातार हो रहे विवादों के कारण लिया है।
यह बना कारण
साउथ में क्रिकेटरों की लम्बी फौज है जो रोजाना ही स्टेडियम में क्रिकेट खेलने के लिए बुकिंग कराते हैं। पिछले कई सप्ताह से वहां रोजाना ही मैच के बीच क्षेत्रवासियों और क्रिकेट मैच आयोजकों के बीच विवाद हो रहा है। जिसकी शिकायत क्षेत्रवासियों ने नगर निगम के अधिकारियों और पुलिस से भी की। लगातार हो रहे क्रिकेट मैच के आयोजनों से कभी उनके घरों के खिड़की के शीशे टूट रहे हैं तो कभी उनकी गाड़ियों के। बीते रविवार को किदवई नगर में रहने वाले प्रिन्स की टीम ने वहां पर मैच आयोजित कराने के लिए मैदान की बुकिंग कराई थी। मैच पूरे शबाब पर था कि उनकी टीम के एक खिलडी़ ने गेंद को सीमा रेखा के बाहर पहुंचाया तो वहां पर एक कार पर जा गिरी। जिससे उनकी कार का शीशा टूट गया। उन्होंने मैच के आयोजकों को मैदान से बाहर ही नहीं निकलने दिया।
ए.के. तिवारी के साथ ही पूरे क्षेत्रवासियों ने मैच पर अपना विरोध दर्ज कराया, जिसके कारण विवाद और भी बढ़ गया। क्षेत्रवासियों ने आयोजकों की शिकायत पुलिस व नगर निगम के अधिकारियों से की। ए.के. तिवारी के अनुसार उनकी इन्डिका कार में गेंद लगने से शीशा टूट गया था, उसे बनवाने की मांग को लेकर विवाद हुआ था।
उन्होंने बताया कि रोजाना ही किसी न किसी के घर व गाड़ियों को नुकसान हो रहा है। जिसके कारण क्षेत्रवासियों ने विरोध दर्ज कराते हुए नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत की जिसके परिणाम स्वरूप क्रिकेट मैच पर रोक लगा दी गई है। नगर निगम के खेल अधिकारी जफर आलम ने बताया कि रोजाना मिल रही शिकायतों के कारण स्टेडियम में अब क्रिकेट मैच के आयोजन नहीं किए जाएंगे जब कि अन्य खेलों का आयोजन पहले की ही तरह से करता आएगा।
