राजेश मिश्रा/ मुम्बई, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के विमोचन के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया भूचाल ला दिया है। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कार्यक्रम के आयोजक सुधीन्द्र कुलकर्णी के मुंह पर कालिख पोतने वाले शिवसैनिकों को अपने आवास मातोश्री में बुलाकर न सिर्फ उनका सम्मान किया बल्कि इस बाहुदरी के उनकी पीठ भी थपथपाई। उद्धव ठाकरे ने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में सरकार में शामिल शिवसेना के मंत्री अपने इस्तीफे के लिए तैयार रहे। उद्धव ठाकरे के इस बयान से भाजपा के लोग खासे परेशान नजर आ रहे है /आब्जर्वर रिसर्च फौन्देशन के अघ्यक्ष सुधीन्द्र कुलकर्णी के मुंह पर कालिख पोतने की अगुवाई गयानंद पाटिल व उसके ५ अन्य साथियों ने की थी। जिन्हें पुलिस ने विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार किया था। जमानत से रिहा होने के बाद पाटिल सभी छह शिवसैनिकों के साथ उद्धव ठाकरे से मिलने उनके आवास पहंुचे यहां उनकी अगवानी पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब कुलकर्णी जैसे लोग भारत में रह कर पाक की सरपरसती कर रहे हो तो पाक को अपने यहां से किसी कसाब को भेजने की जरूरत नहीं है। वहीं एनसीपी नेता माजिद मेमन ने उद्धव ठाकरे के इस रवैये पर अपनी नाराजगी का इजहार करते हुए कहा कि आरोपियों से उद्धव ठाकरे की मुलाकात ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व पुलिस कमिश्नर के सामने असहज स्थिति पैदाकर दी है।