abu obaida 983803331 राज्य विन्वाचं आयोग की त्यारियों के अंतिम चरण पर पहुचते ही प्रदेश में पंचायती चुनाव को लेकर राजनैतिक गतिविधियाँ परवान चढ़ चुकी हैं.प्रदेश में सन २०११ के बाद होने वाले इस चुनाव में ११ करोड़ पैतीस लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करे प्रत्याशियों के सर पर जेट का सेहरा बांधें गे .प्रदेश की सपा सरकार के लिए यह चुनाव २०१७ में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमी फाइनल माना जा रहा है वहीँ अन्य राजनैतिक दल भी अपनी राजनैतिक ताक़त में इजाफा करने के लिए अभी से एडी छोटी का जोर लगते हुए चुनावी रणनीति की तयारी में जुट गए हैं लेकिन प्रत्याशितों की भरी भरकम फ़ौज ने राजनैतिक दलों की बेचैनी बढ़ा दी है आलम यह है की क्षेत्रीय विधायक व सांसद दावेदार प्रत्याशियों से मुंह चुराते घूम रहे हैं .प्रदेश में ७५ जिला पंचायतों में ३१३४ वार्ड हैं जबकि क्षेत्र पंचायत के लिए ८२१ क्षेत्रो में ७८७५ वार्ड हैं .पिछले चुनाव में मतदाताओं की संख्या ११ करोड़ १४ लाख थी .आयोग की त्यारियों को देखते हुए प्रत्याशियों ने जगह जगह होर्डिंग और बैनर लगाने का काम शुरू कर दिया है हालांकि कांग्रेस को छोड़ किसी भी राजनैतिक पार्टी ने अभी तक संगठन से प्रत्याशी उतरने की घोषणा नहीं की है इसका एक बड़ा कारण २०१७ का विधानसभा चुनाव भी माना जा रहा है .यूपी की सत्ता में काबिज़ सपा सरकार इस चुनावको अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ कर इसमें पूरी ताक़त झोंकने में लग गयी है वहीँ लोकसभा चुनाव परिणामों से भाजपा भी खुद को पीछे नहीं रहने देना चाहती.जबकि बहुजन समाज पार्टी भी इस अभियान में गठजोड़ बनाने में जुट गयी है कैडर के लोगों को प्रत्याशी चयन के लिए सक्रीय भी कर दिया गया है.योग ने हालांकि अधिसूचना नहीं जारी की है लेकिन ऐसे संकेत मिल रहे हैं की आज ही कल में अधिसूचना जारी कर दी जाये गी.