पराग दुग्ध डेरी में रखी गई 151 करोड़ की आटोमैटक मिल्क प्रोड्क्शन प्लांटस की नींव
कानपुर । निराला नगर स्थित पराग डेरी में आज 151 करोड़ लागत के आटोमैटिक मिल्क प्रोड्क्शन प्लांट्स का शिलान्यास एवं भूमि पूजन मुख्य अतिथि श्रम एवं सेवा योजन मंत्री शाहिद मंजूर ने किया। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि कानपुर पराग डेरी की उत्पादन क्षमता 1.50 लाख लीटर है, किन्तु वर्तमान उत्पादन मात्र 4000 लीटर ही हो पा रहा है ऐसे में दुग्ध संघ से जुड़ेे किसानों सदस्यों व कम्पनियों के समक्ष जीवनोपाजन का संकट उत्पन्न होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि अमूल जैसे सफल दुग्ध उत्पादक संगठन की सफलता का मुख्य श्रेय वहां के कर्मचारी अधिकारी व किसानों की ईमानदारी को जाता है।
मंत्री ने कहा कि कानपुर में इस नयी आटोमैटिक मिल्क प्रोडक्शन प्लांट्स का संचालन इसी अप्रैल माह से शुुरु करने का लक्ष्य रखा गया है जिसकी न्यूनतम उत्पादन क्षमता चार लाख लीटर प्रतिदिन होगी और इसके साथ ही यहाँ पर मिल्क पाउडर उत्पादन यूनिट की स्थापना भी ही की जायेगी। इसलिए अधिकारी कर्मचारी दुग्ध उत्पादन किसान इस परियोजना से ईमानदारी के साथ जुड़े और कानपुर को सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन केंद्र के रूप में यूनिट विकसित करने में योगदान दंे।
उन्होंने कहा कि उ०प्र० सरकार विकास के प्रति कटिबद्ध है और सड़क बिजली पेयजल रोजगार चिकित्सा शिक्षा आदि क्षेत्रों में तेजी से काम कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री उ०प्र० अखिलेश यादव का संदेश भी पढ़ कर लोगों को सुनाया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री जगदेव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदेश विकास के बलबूते देश में सबसे आगे जा रहा हैं। उ०प्र० की समाजवादी सरकार किसानों व दुग्ध उत्पादकों के हित को ध्यान में रखते हुए एक नया कदम आगे बढ़ाया हैं। इससे दुग्ध वितरण में निजी कम्पनियों के हावी होने से दुग्ध संघ की बिगड़ती हालत को एक नया बल मिलेगा ऐसे में नये प्लांट्स की स्थापना से दुग्ध संघ किसान और आम आदमी तक इसका लाभ पहुँचेगा।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि कानपुर दुग्ध संघ में कन्नौज फर्रुखाबाद एवं इटावा के दुग्ध संघों का विलय कर इसे एक महासंघ के रूप में स्थापित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री के विजन का ही परिणाम है कि आजादी के बाद से पहली इतनी बड़ी दुग्ध उत्पादन परियोजना का क्रियान्वित होने जा रही है। जिसके अन्तर्गत कानपुर दुग्ध महासंघ के द्वारा 40 हजार दुग्ध उत्पादक किसानों को सीधा लाभ मिलेगा और पूरे प्रदेश में विभिन्न आटोमैटिक मिल्क प्रोडक्शन प्लांट्स के लिए 41 करोड़ रुपए अवमुक्त भी कर दिए गए है। प्लांट्स स्थापना का जिम्मा नेशनल डेयरी डबलेपमेंट्स बोर्ड की सब्सडीरी संस्था आईडीएमसी को सौंपी गई है और आगामी अप्रैल 2017 तक प्लांट्स निर्माण/स्थापना/संचालन प्रारम्भ होने का लक्ष्य रखा गया है। जिलाधिकारी ने समस्त अतिथियों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में पूर्व सभापति विधान परिषद सुखराम सिंह यादव, जगराम सिंह, महेन्द्र सिंह यादव, विधायक सतीश निगम, विनोद प्रजापति, सुरेश गुप्ता सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।