भारतीय दलित पैंथर ने कानपुर के सरकारी अस्पतालों में व्याप्त भ्रष्टाचार और गन्दगी के खिलाफ उर्सला अस्पताल में जम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कारियों ने जिलाधिकारी और मुख्य चिक्तसाधिकारी के माध्यम से उत्तरप्रदेश के राजयपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जिसमे आरोप लगाये गए हैं की उर्सला अस्पताल में मरीज़ों के आपरेशन में डाक्टर पैसा लेते हैं और बिना पैसे लिए कोई आपरेशन नहीं करते ,सरकारी तौर पर पैथालॉजी की सुविधा होने के बावजूद निजी पैथालॉजी से जांच के लिए मरीज़ों को बाध्य किया जाता है जिसमे डाक्टरों को कमीशन मिलता है ,प्रदर्शन में हैलट अस्पताल में चिकित्सीय सेवाओं में लापरवाही का आरोप भी लगाया। कहा गया की हैलट के वार्ड नंबर ९. १० १२,१३ का बदतर है यहाँ न तो पंखे हैं न ही पीने का पानी। मरीज़ों को जानवरों की तरह रखा जाता है ,शौचालयों की हालत इतनी खराब है की कोई वहाँ पैर भी नहीं रकह सकता और शौचालयों का गंदा पानी मरीज़ों के बेड के नीचे भरा रहता है जिस से संक्रमण फैलने का खतरा है।
