mumbai ३००० बच्चों में भागवद गीता के कॉम्पिटिशन में फर्स्ट प्राइज जीतने वाली 12 साल की मुस्लिम लड़की मरियम सिद्दीकी ने यूपी सरकार से मिली इनामी राशि को लौटा दिया है कक्षा छ की छात्रा मरयम ने 11 लाख रुपये की प्राइज मनी वापस करते हुए कहा कि इसको ग़रीब बच्चों की बेहतरी के लिए खर्च किया जाए। मरियम सिद्दीकी ने बताया कि वह जरूरतमंद गरीब बच्चों की पढ़ाई के मिशन पर हैं और खुद को उन्होंने शांति का दूत बताया। मरयम ने कहा, ‘शिक्षा एक मात्र रास्ता है जो हमारी तक़दीर को बदल सकता है। यूपी गवर्नमेंट द्वारा दिया गया सम्मान मेरे लिए गर्व की बात है।’ वह कहती हैं कि मेरे परिवार को खुदा ने सबकुछ दिया है इसलिए मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है लेकिन मेरी तरह कई बच्चे खुशकिस्मत नहीं होते इसलिए मैंने फैसला किया कि यह पैसा मुझे लौटा देना चाहिए। यूपी गवर्नमेंट इस पैसे को जरूरतमंद बच्चों की बेहतरी के लिए इस्तेमाल करे। इस्कॉन द्वारा जनवरी में भागवद गीता पर आधारित एक कॉम्पिटिशन का आयोजन किया गया था जिसमें 100 मार्क्स के मल्टीपल चॉइस क्वेस्चन थे। 3 हजार छात्रों के बीच मुस्लिम बैकग्राउंड से आने वाली मरयम सिद्दीकी पहला स्थान लेकर आई थीं।कॉस्मोपोलिटन हाइ स्कूल की छात्रा मरियम धर्मों में हमेशा से बहुत दिलचस्पी लेती रही हैं। उन्होंने बताया, ‘जब भी मुझे समय मिलता मैं विभिन्न धर्मों के बारे में पढ़ती हूँ , जब मुझे मेरे टीचर ने इस कॉन्टेस्ट के बारे में बताया तो मैंने सोचा यह अच्छा समय है इस किताब को समझने के लिए।
