नई दिल्ली / snn असहिष्णुता को लेकर देश के साहित्यकारों ,रंग कर्मियों व लेखकों के बीच मची घमासान के विरोध में आज फिल्म अभिनेता अनुपम खेर की अगुवाई में मार्च फॉर इंडिया का आयोजन किया गया जिसमे हज़ारों की संख्या में लोगों ने शिरकत की/ राजधानी के जनपथ स्थित नेशनल मियुज़ियम कैम्पस से शुरू हुआ यह मार्च विभिन्न मांगों का भ्रमण करते हुए राष्ट्रपति भवन पहुंचा और अपनी मांगों से सम्बंधित एक ज्ञापन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भेंट किया/ इस दौरान मार्च में शामिल कुछ लोगों ने हाय हाय के लगा कर माहौल को गरमाने की कोशिश की जिन्हें अनुपम खेर ने यह कह कर शांत कराया की हमारा यह अभियान विशुद्ध रूप से गैर राजनितिक है इसके माध्यम से न तो हम किसी का विरोध कर रहे है और न ही किसी का समर्थन /उन्हों ने मार्च में शामिल लोगों से मार्च के दौरान ,भारत माता की जय ,मार्च फार इंडिया ,इंडिया इस टोल्रेंट ,जैसे नारों के माध्यम से अपनी आवाज़ बुलंद करने का आवाहन किया / इस बीच अनुपम खेर ने कहा कि पूरी दुनिया में हमारी पहचान जाती धर्म के रूप में नहीं सिर्फ भारतीय के रूप में की जाती है ,खेर ने कहा कि देश की सहिष्णुता की रक्षा करना अकेले प्रधान मंत्री की ज़िम्मेदारी नहीं बल्कि इसमें समूचे देश की सामूहिक भूमिका तय होनी चाहिए /यात्रा में प्रमुख रूप से शामिल लोगों में ,मधुर भंडारकर .अशोक पंडित ,गायक अभिजीत सहित अनेक साहित्य जगत की हस्तियाँ शामिल थीं /