abu obaida /rajesh misra 98380 33331 .कानपुर/ प्रदेश सरकार द्वारा मिलावट खोरों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में आज एक और सफलता ने अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए कुछ ऐसे चेहरों को बेनकाब किया है जो सिर्फ अंधी कमाई की दौड़ में जन स्वास्स्थ्य के साथ बार बार हिदायत के बाद भी अपनी हरकत से बाज़ नहीं आरहे हैं /आप को जानकर यह ताजुब होगा की जनता को अपने उत्पादों द्वारा मौत के मुंह में धकेलने वाले यह चेहरे कोई सामन्य नहीं हैं बल्कि इनमे कई ऐसे रसूखदार शामिल हैं जो अरबों की कमाई के इस मकडजाल में लोगों को फंसाने के लिए करोड़ों रुपयों का विज्ञापन देकर जनता का ध्यान अपने उत्पादों की ओर आकर्षित कराते हैं /इनमे कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जो अपने उत्पादों को बेचने के लिए न सिर्फ कई नामचीन हस्तियों बल्कि देश की साख के साथ भी खिलवाड़ करने से बाज़ नहीं आते /जैसे दूध पीता है इण्डिया जिसे कहते हैं नमस्ते इण्डिया यह सिर्फ दूध ही नहीं बल्कि एक ऐसा जहर है जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों की जुबां तक अपनी पैठ बना चुका है आइये बात करते हैं पान मसालों की,जिसके हर पाउच पे लिखा होता है की,तम्बाकू का प्रयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है आखिर इसमें ऐसी क्या चीज़ मिलाई जाती है जो इसके उत्पादक खुद जनता को इस बात के लिए सजग करते हैं की उनके उत्पाद किसी जहर से कम नहीं मसाला चाहे राजश्री हो या केसर गुटखा /आइये आप को ले चलते हैं शहर के नामी गिरामी रेस्टोरेंट की तरफ जो शहर के पाश इलाके में बना है और लोग उसे हुक्का रेस्टोरेंट के नाम से जानते हैं /
सावधान रहें क्यूंकि इस रेस्टोरेंट का पनीर भी आप के शरीर के लिए नुकसानदायी साबित हो सकता है /यह तो सिर्फ उन उत्पादों की बानगी है जिन्हें ऍफ़ डी ए की टीम ने छापेमारी कर इनके उत्पादों की गुणवत्ता जानने के लिए लखनऊ स्थित सरकारी प्रयोगशाला में भेजा था जहाँ पर जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ की आखिर मौत के सौदागर किस हद तक जाकर जनता की जान खतरे में डाल सकते हैं /ऍफ़ डी ए के अधिकारी सैयद शाहनवाज़ हैदर आब्दी ने इस रिपोर्ट का खुलासा करते हुए कहा की सभी ३२ मिलावट खोरों के खिलाफ ए डी जे कोर्ट में मुक़दमा दर्ज कराया जाए गा / ऐसे मामलों में तीन साल से लेकर आजीवन कारावास तथा पांच लाख रूपये तक के जुर्माने का प्रावधान है /ऍफ़ डी ए की यह कोई नई पहल नहीं है और न ही नया है लैब का खुलासा इसके पहले भी देश की नामचीन कंपनियों जैसे पराग,अमूल ,बावर्ची ,मयूर एवं वाडीलाल ,मैगी जैसे उत्पादों में भी ऐसे ही तत्व पाए गए थे लेकिन आज तक उनके खिलाफ कया कार्रवाई हुई शहर की जनता इस सवाल के जवाब का काफी अरसे से इंतज़ार कर रही है की आखिर कब मौत के यह सौदागर जेल की सीखचों के पीछे खड़े नज़र आयें गे या फिर इसी तरह चलता रहे गा ऍफ़ डी ए की छापेमारी का अभियान और उसकी डील करते रहे गे मौत के यह सौदागर /