हरदोई (आमिर किरमानी)
हरदोई में मनरेगा योजना में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। लोकपाल मनरेगा द्धारा केंद्र सरकार द्धारा ग्रामीणो को रोज़गार मुहैया कराने के उद्देश्य से शुरू की गयी मनरेगा योजना के तहत कराये गए कार्यो में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. इस मामले में लोकपाल मनरेगा द्धारा तत्कालीन CDO वियोधन यादव समेत कुल 5 कर्मचारियों को वित्तीय अनियमितताओं का दोषी मानते हुए इन सभी लोगो पर पौने दो करोड़ रुपये की रिकवरी और सभी के विरुद्ध FIR कराने के लिए हरदोई के डीएम को निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कि RTI एक्टाविस्ट आशीष सिंह ने तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी वियोधन यादव द्वारा गलत ढंग से करोड़ो की हेराफेरी करते हुए मनरेगा में कथित गबन की शिकायत लोकपाल मनरेगा हरदोई से की थी।
जिसकी जाँच लगभग 1 साल से चल रही थी।
इस शिकायत का निस्तारण करते हुए लोकपाल मनरेगा रामसागर यादव ने पूर्व मुख्य विकास अधिकारी हरदोई वियोधन समेत 5 लोगो के खिलाफ FIR व 1 करोड़ 76 लाख 67 हजार रुपये की रिकवरी करने का जिला अधिकारी हरदोई को निर्देशित किया है।
इस मामले में लोकपाल ने तत्कालीन सीडीओ को 50 % दोषी मानते हुए उनपर 88 लाख, तत्कालीन उपायुक्त श्रम रोजगार अजीत श्रीवास्तव को 20 % दोषी मानते हुए 35 लाख, तकनीकी अन्वेषक मनोज शर्मा को 20 % घोटाले का दोषी मानते हुए उनपर
35 लाख ,पटल सहायक चन्द्र पाल व सहायक लेखाकार मनरेगा विनोद कुमार को 5- 5% का दोषी मानते हुए कुल 1 करोड़ 76 लाख 67 हजार रुपये की राशि तत्काल बैंक में जमा करने के निर्देश दिए हैं.
