कानपुर,। घर में रखे रुपयों को लेकर इस समय पूरा देश चिंतित है, लेकिन एक जगह ऐसी भी है, जहाँ रखे अरबों रुपये पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। बात हो रही है कानपुर जनपद में स्थित पुलिस मालखाने की। जहां अपराधियों की धरपकड़ में बरामद अरबों रूपये जमा है। बताते चलें कि समय-समय पर पुलिस विभिन्न अपराधों में जब धरपकड़ करती है तो कई बार आरोपी बदमाशों के पास से जेवरात सहित नकदी भी बरामद होते है। बरामद रूपयों को पुलिस मालखाने में जमा कर देती है। कानपुर शहर में तकरीबन सभी थानों में मालखाने है और इसके अलावा सदर मालखाना भी है। इन मालखानों में रूपया तब तक रहता है जब तक कोर्ट की तरफ से फैसला नहीं आ जाता।एडीजीसी सिविल धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मालखानों में रखे इस रुपये को तब तक नहीं निकाला जा सकता जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता। ऐसे में 31 दिसम्बर के बाद इन रुपयों का क्या होगा। विधिक जानकारों का कहना है कि इस सम्बंध में जिस भी वादी या प्रतिवादी का पैसा है वो कोर्ट में एप्लीकेशन लगाकर अपना पैसा ले सकता है। एसएसपी आकाश कुलहरि का भी यही कहना है कि इस मामले में पुलिस से कोई लेना देना नहीं है।
मालखाना इंचार्ज के. के. शुक्ला ने बताया कि काफी रूपया कोषागार के डबल लॉक में रखा जाता है। जो रूपये अभी तक थानों के मालखाने में हैं, उनको भी कोषागार भेजा जायेगा। एक अनुमान के मुताबिक प्रदेशभर के मालखानों में अरबों रुपये है और सिर्फ कानपुर की बात की जाए तो यहां पर लगभग 10 से 15 करोड़ों रूपये जमा है। यह रकम 500 व एक हजार के नोट के रूप में जमा है। नोट बंद होना व कोर्ट का फैसला न आने तक इन नोटों के शक्ल में जमा करोड़ों की रकम का रद्दी होना तय माना जा रहा है।
