abu obaida 9838033331 snn कोहना थाने के तीन सिपाहियों ने अपनी जान पर खेल कर गंगा की तेज़ लहरों में जान देने की नियत से कूदे विकलाग युवक को मौत के मुंह से वापस खींच कर नया जीवन प्रदान किया .आज दोपहर गंगा बैराज पर गश्त के दौरान कोहना थाने में तैनात तीन सिपाहियों स्वदेश कुमार यादव ,बलराम प्रकाश यादव और मोहम्मद साबिर ने एक विकलांग व्यक्ति को गंगा बैराज से कूदते हुए देखा तो तीनो चिल्लाते हुए उसकी तरफ भागे मगर सिपाहियों के पहुचने से पहले विकलांग युवक ने गंगा में छलांग लगा दी और देखते ही देखते वो पानी के तेज़ बहाव में हिचकोले खाने लगा ,इस बीच तीनो सिपाहियों ने साहस और सूझ बूझ का परिचय देते हुए गंगा बैराज के नीचे दौड़ लगा दी और आनन फानन में एक नाव में सवार हो कर डूब रहे युवाक का पानी में पीछा किया .ये कुदरत की मेहरबानी थी की जान देने के इरादे से गंगा में कूदा लड़का पानी में समाया नहीं और दूर तक उसका सर दिखता रहा इसी के सहारे तेज़ बहाव के बीच नाव में सवार तीनो सिपाही उसे आवाजें देते रहे और सहस बनाये रखने की बात कहते रहे ,नाव चला रहे मल्लाह ने भी पूरा जोर लगा कर जल्द से जल्द युवक तक पहुचने की कोशिश की और कामयाब हो गया .पास पहुचते ही तीनो सिपाहियों डूब रहे युवक को बाल और कपडे पकड़ कर नाव में खेंच लिया इस हड़बड़ी में नाव पलटते बची .ग़नीमत रही की युवक के पेट में ज्यादा पानी नहीं गया .विकलाग युवक को किनारे लाकर मलाहों ने उसे पानी निकालने का प्राथमिक उपचार दिया .हालात सामान्य होने पर पता चला की ११५/८ हसन पुर रावतपुर का रहने वाला विकलांग युवक बीसी (कमेटी)संचालक था और बीसी के रूपये वापस न मिलने से लगभग ३० लाख का कर्जदार हो गया था .लोगों के रोज़ रोज़ तकाज़े से परेशान आज उसने अपनी जन देने की कोशिश की मगर जाको राखे साइयां वाली कहावत सत्य हो गयी और कोहना थाने के तीन सिपाही फ़रिश्ते बन कर आ गए और उसे मौत के मुंह से निकाल लिया .कोहना थानाअध्यक्ष रणजीत यादव अपने अधीनस्थ कर्मियों के साहसिक कारनामे पर फूले नहीं समा रहे उन्हों ने कहा की आज पुलिस ने अपना कर्तव्य निभाया .रणजीत यादव ने बताया की सिपाहियों स्वदेश कुमार यादव ,बलराम प्रकाश यादव और मोहम्मद साबिर की सूझबूझ और साहस भरी कोशिश ने एक इंसान की जान बचा कर पूरे पुलिस महकमे का सर ऊंचा किया है .कोहना थाना प्रभारी ने कहा की वो गंगा बैराज पर पुलिस की गश्त में कोई लापरवाही नहीं बरतते पहले ही वहाँ से सभी दुकाने हटवा दी गयीं हैं और किसी को भी यहाँ स्टंट करने और नीचे जा कर नहाने पर कड़ाई से रोक लगा दी है .सुनने में ये मामूली वाकया लगता है लेकिन गंगा बैराज में उफनते पानी और तेज़ नहाव को देख कर ही अंदाजा लगाया जा सकता है की नदी के इस रौद्र रूप में कोई भी नाव की सवारी का साहस तो छोडिये कल्पना भी नहीं कर सकता इसलिए सिपाहियों स्वदेश कुमार यादव ,बलराम प्रकाश यादव और मोहम्मद साबिर को सत्यम न्यूज़ परिवार का सलाम .जय हिन्द .
