कानपुर/ कपड़ा कमेटी के चुनाव परिणामो ने एक बार फिर से काशी गुट की जड़ों को मज़बूत बनाने का काम किया है जब की सागरी गुट को भारी झटका लगा है और इसके लिए मुख्य रूप से गुलाटी गुट की भूमिका को लोग जिम्मेदार मन रहे हैं / इसके पुर्व हुए चुनाव में सीधा मुकाबला होने के चलते काशी व सागरी गुट में संघर्ष की स्थिति बनी रहती थी लेकिन इस बार गुलाटी गुट की दस्तक ने पिछले २५ वर्षों का इतिहास बदलने का काम किया है/चुनाव मे काशी गुट के बारह उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की जब की सागरी गुट के मौजूदा अध्यक्ष उमेश चन्द्र रस्तोगी को बुरी तरह पराजित होना पड़ा /