लखनऊ. तेलीबाग में एसजीपीजीआई के पास बुधवार सुबह गोहत्या को लेकर जमकर हंगामा और प्रदर्शन हुआ। ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस पर गोकशी करने वालों से मिलीभगत का आरोप लगाया। हंगामे की खबर पर सीओ कैंट और सीओ सरोजनीनगर कई थानों की फोर्स लेकर पहुंचे। तीन घंटे से हंगामा कर रहे लोग पुलिस के समझाने पर शांत हो गए, लेकिन इस बीच कुछ लोगों ने मामले को फिर तूल देने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। मृत जानवर स्थानीय निवासी दुलारे के थे।
कैंट के सीओ हरेंद्र कुमार के मुताबिक मंगलवार देर रात एक मारुति कार सवार लोगों ने एसजीपीजीआई थाने से कुछ ही दूर वृंदावन कॉलोनी के गेट पर गाय काटी। सुबह ग्रामीण, गोमांस देखकर भड़क गए। पूरे इलाके में खबर फैली और सैकड़ों लोग मौके पर आकर हंगामा करने लगे। ये सब आरोपियों की गिरफ्तारी और स्थानीय पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस पर यहां पीजीआई, मोहनलाल गंज, नगराम, निगोहा और आशियाना थाने से पुलिस बुलाई गई। तीन घंटे तक उग्र लोगों को पुलिस समझाती रही। बाद में गाय का शव हटाया गया। कार के नंबर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ गोहत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
दोषी पुलिसवाले निलंबित
गोकशी के मामले में बीट के पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध है। थाने के सभी पुलिसवालों के खिलाफ रिपोर्ट डीआईजी आरके चतुर्वेदी को भेजी गई। इस पर डीआईजी ने प्रथम दृष्टया दोषी पुलिसवालों को निलंबित करने का आदेश दिया। सूत्रों की मानें तो मौके से कुछ दूर मिली लाल रंग की मारुति कार नंबर यूपी 32 सीजी 7024 से देशी असलहा, रस्सी और धारदार हथियार मिले हैं। ग्रामीणों के मुताबिक इसी कार पर सवार होकर गोकशी करने वाले आए थे। पुलिस ने शक की बिनाह पर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।
प्रदर्शनकारी किसी की सुनने को राजी नहीं थे
गाय की लाश मिलने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर डीएम को बुलाने की मांग की। अफसर उन्हें समझाते रहे, लेकिन प्रदर्शनकारी किसी की सुनने के लिए तैयार नहीं थे। वे आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान पुलिस और आक्रोशित लोगों में कई बार कहासुनी हुई। इसके बाद अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई और फिर पुलिस ने हालात गंभीर होते देख लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज और भगदड़ से कई लोग घायल हुए हैं।
साभार दैनिक भास्कर