abu obaida .snn टीवी पर अक्सर आप ने वाटर स्पोर्ट्स देखे होंगे मड बाइकिंग और मड स्पोर्ट्स की लाइव कवरेज भी देखि हो गी। अभी तक ये खेल योरोप के देशों में खेल जाता था मगर अब भारत में भी इसका प्रचलन ज़ोर पकड़ रहा है। भारत के सब से खूबसूरत शहरों में से एक बेंगलोर में भी इसके टूर्नामेंट आयोजित होने लगे हैं जिस के लिए लाखों खर्च करके कीचड भरे स्टेडियम बनाये जाते हैं फिर वहां प्रतियोगी कीचड़ में अपने विभिन्न खेलों का प्रदर्शन करते हैं। क्या आप जानते हैं की ऐसे खेलों के लिए कानपुर में नगर निगम की मेहरबानी (लापरवाही )से दक्षिण क्षेत्र में कई वाटर स्पोर्ट्स और मड स्पोर्ट्स ओपन स्टेडियम बने हैं?नहीं जानते ?अरे भाई यसोदा नगर ,कुंज विहार ,आवास विकास ,हंसपुरम ,बजरंग चौराहा पहुंच जाइए आप को हर तरफ पानी ही पानी मिले गा ,जहाँ पानी अधिक है वहाँ आप वाटर स्पोर्ट्स का मज़ा ले सकते हैं जहाँ पानी से कीचड बन चुका है वहाँ आप फिसलन भरी सड़कों पर अपनी पसंद के गेम खेल सकते हैं।
वैसे इन इलाक़ों में रहने वाले लोगों का कहना है की नगर निगम की लापरवाही भरी मेहेरबानी ने उन्हें पानी और कीचड़ के खेलों में पारंगत कर दिया। कुछ लोग तो यहाँ बाइक चलाने के इतने अभ्यस्त हो गए है की फिसल कर गिरते ही नहीं ,ज़न्नाटे से बाइक को दौड़ाते हुए सीधे घर या घर से किसी दूकान या आफिस पहुँचते हैं। यहाँ के निवासियों का कहना है की एक बार यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होनी चाहिए जिसमे दर्शकों की भी कोई कमीं नहीं रहे गी यशोदा नगर या उससे जुड़े कई मोहल्लों में घनी आबादी हो चुकी है और सड़कों के दोनों तरफ मकान बने हैं इन घरों में रहने वाले लोगों की संख्या भी लाखों में है। अगर टीवी पर लाइव कवरेज हो तो टी आर पी भी अच्छी मिले गी।यहाँ रहने वाले पत्रकार बृजेश दीक्षित ने बताया की पंद्रह साल पहले जब हम लोग यहां सुकून की तलाश रहने आये तो गर्मी का मौसम था बस सड़के कच्ची थीं सोचा था कुछ महीनो में बन ही जाएँ गी। इसी बीच बरसात शुरू हुई और चारों तरफ पानी ही पानी दिखने लगा। इतना पानी की पैदल चलना मुश्किल था। फिर हम ने पड़ोसियों को उस पानी में आराम से बाइक चलाते व् पैदल आते जाते देखा तो हिम्मत कर के खुद भी वही तरीके अपनाये और अब हम इसके आदि हो गए। बृजेश ने बताया की कई बार यहाँ के निवासियों ने नगर निगम से लिखित शिकायत की वोट मांगने वाले माननीयों से गुहार भी लगाई गयी सब के वादे सुने मगर अमल होते आज तक नहीं देखा नतीजे में अब यहां पानी में होने वाले खेलों की प्रेक्टिस शुरू हो गयी। बता दें की ये महाराजपुर विधान सभा क्षेत्र में आता है जिसके वर्तमान विधायक भाजपा से सतीश महाना हैं। महाना पूर्व में यूपी सरकार में नगर विकास मंत्री भी रह चुके फिर भी इलाक़े की तस्वीर सब के सामने है। ये हाल हलकी बारिश में है सावन भादों में तो यहां चार फ़ीट तक पानी भर जाता है तब बाइक चलाना नामुमकिन हो जाता है लिहाज़ा नावों के सहारे चार महीने आवागमन होता है।मरीज़ों को अस्पताल तक ले जाने के लिए नाव ही एम्बुलेंस बनती है।ख़ास बात ये है की वर्तमान यूपी सरकार के मंत्री और कुछ बड़े नेता भी इसी इलाक़े में रहते हैं इसके बावजूद भी यहां विकास के नाम पर कुछ नहीं होता।सत्यम न्यूज़ के कैमरों ने जब इन इलाकों की तस्वीरें लेनी शुरू की तो लोग जमा हो गए और बताया की इस क्षेत्र से हर साल नगर निगम को करोड़ों का टैक्स अदा किया जाता है फिर भी हमें नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है .दुकानदारों की व्यथा भी सुनी जो कहते है की बरसात के दिनों में हम तो किसी तरह दूकान तक पहुच जाते हैं मगर ग्राहक आने में कतराते हैं इस लिए अब वे दुकाने छोड़ कर कहीं और पलायन करने की सोच रहे हैं .सब से ज्यादा परशानी उनको है जिन्हों ने महंगी दुकाने खरीदी और अब बेचना चाहते है तो ग्राहक नहीं मिल रहे .कुल मिला कर कहा जाये की यशोदा नगर कानपुर में नर्क का हिस्सा है तो ग़लत नहीं होगा .
