राजकोट। snn भारत और दक्षिण आफ्रीका के बीच राजकोट स्टेडियम में होने वाले एक दिवसीय मैच के दौरान स्टेडियम के बाहर से लेकर अंदर पाटीदार आंदोलन का हौवा दर्षकों और सुरक्षा कर्मियों के बीच साफ दिखाई पड़ा। हालांकि पाटीदार आंदोलन के मुखिया हार्दिक पटेल की ओर से पूर्व मे की गई स्टेडियममें प्रदर्शन की घोषणा के चलते गुजरात सरकार ने समूचे स्टेडियम को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया था। और दर्शकों को त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बाद ही स्टेडियम में प्रवेश दिया जा रहा था सुबह जैसे ही हार्दिक पटेल ने अपने समर्थकोें के साथ स्टेडियम की ओर कूच किया तो पिलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया । हार्दिक पटेल का कहना है कि हम इस अन्तर राष्ट्रीय मैच के माध्यम से अपने आंदोलन को अन्तर राष्ट्रीय स्तर पर जनता के बीच ले जाना चाहते थे। इसी के चलते उन्होंने इस प्रदर्शन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि पाटीदार समाज खुद इतना सक्ष्म है कि वह स्टेडियम से बिकने वाली सभी टिकटों को खरीद सकता था। उन्होंने एक बार फिर मोदी और शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हमारे आंदोलन को प्रभावित करने से बाज आ जाए वरना इसका अंजाम उनके राजनैतिक जीवन में एक ऐसी समस्या पैदा कर देगा जिसे सुलझा पाना शायद उनके बस में न रह जाए हार्दिक पटेल ने कहा कि पाटीदारों को उनका हक दिलाना हमारी प्राथमिकता में शामिल है भले ही हमें अपनी जान की कुर्बानी ही क्यों न देनी पड़ जाए। हार्दिक पटेल के इस ऐलान के चलते देर रात से ही राज्य का पूरा खुफिया तंत्र चप्पे चप्पे पर निगाह रखे हुए था और जिला प्रशासन की ओर से इनटरनेट व मोबाइल की कनेक्टिविटी पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। पाटीदारी आंदोलन को लेकर दर्शकों के बीच मैच के दौरान भी चर्चा चलती रही /
