abu obaida snn एक भारतीय होने के नाते इस बात का अफ़सोस है की भारत में बनी फिल्म फैंटम पडोसी मुल्क पकिस्तान में फिलहाल रिलीज़ नहीं हो पाएगी लेकिन एक भारतीय होने के नाते मै इस बात पर गर्व कर सकता हूँ की उसी फिल्म के ट्रेलर मात्र से दुनिया का कुख्यात आतंकी और भारत में मोस्ट वांटेड हाफिज सईद डर चुका है .इसी डर के चलते उसने पाकिस्तान के लाहौर हाई कोर्ट में सैफ अली खान अभिनीत और कबीर खान के निर्देशन में बनी फिल्म फैंटम का पाकिस्तान में प्रदर्शन रुकवाने की अर्जी दी थी जिस को लाहौर हाई कोर्ट ने मंज़ूर कर लिया .फिल्म आतंकवाद के मुद्दे पर बनी है जिसमे भारत में २६/११ के हमले के बाद भारत में आक्रोश दिखाया गया है और भारत के कमांडो को पकिस्तान में आतंकियों खास कर हाफ़िज़ सईद को मारने के द्रश्य दिखाए गए हैं.हालांके फिल्म अभी हिन्दुस्तान में भी रिलीज़ नहीं हुई है और अभी उसका ट्रेलर ही टीवी पर दिख रहा है जिस में एक हिन्दुस्तानी फौजी कहता है की ;;;अगर अमेरिका पाकिस्तान में घुस कर लादेन को मार सकता है तो हम क्यूँ नहीं ;;;;यही एक लाइन हाफ़िज़ सईद के डर का बड़ा कारण है जिसने उसे कोर्ट के ज़रिये फिल्म को बैन कराने पर मजबूर कर दिया.वहीँ पकिस्तान सरकार की ओर से फिल्म को पकिस्तान में दिखाए जाने के अपने तर्क दिए मगर वो काफी कमज़ोर थे और आतंकी सईद फैंटम की रिलीज़ को रुकवाने में फिलहाल कामयाब हो गया .माना जा रहा है की हाफ़िज़ को डर है की अगर फिल्म पाकिस्तान में प्रदर्शित हुई तो पाकिस्तानियों में डर बैठ जाए गा इसके साथ ही सईद की फजीहत भी हो जाये गी.
इस मामले में आज शाम एक टीवी इंटरव्यू भारत में फिल्म निर्माता निर्देशक कबीर खान और अभिनेता सैफ अली खान ने कहा की फिल्म की की कहानी आतंकवाद पर ही है जिसमे हाफ़िज़ सईद जैसे किरदार को दिखाया गया है ,अगर फिल्म पाकिस्तान में नही दिखाई जाती तो निश्चित ही आर्थिक नुकसान होगा मगर ख़ुशी इस बात की है की हमारी फिल्म के ट्रेलर मात्र से ही कुख्यात आतंकी दारा हुआ है.कबीर ने कहा की वह पाकिस्तान सरकार से इस बारे में बात चीत कर रहे हैं और ये द्विपक्षी व्यापार समझौते के तहत हो रही है.लाहौर हाईकोर्ट द्वारा फिल्म पर रोक लगाए जाने की खबर भारत में पहुची तो लोगों ने ख़ुशी से कहा की अगर हमारी फिल्म के ट्रेलर से पाकिस्तान में बैठा आतंकवादी डर सकता है तो फिल्म दिखाये जाने से मर ही जाए गा.जनता तो इसे सरकार तक पहुचता हुआ सन्देश मान रही है और उम्मीद कर रही है की जैसा फिल्म की कहानी में दिखाया गया है वैसा एक दिन हमारे जांबाज़ हकीकत में पाक की सरज़मीन पर कर दिखाएँ गे और नापाक लोगों के सर भारत में लेकर आयें गे ,शायद हिन्दुस्तान पर हुए २६/११ सहित अन्य हमलों का सब से अच्छा जवाब यही होगा .