abu obaida कानपुर ज़िला प्रशासन की ओर से घंटाघर चौराहे को नोवेन्डिंग जोन घोषित किया गया है जिसके तहत चौराहे के के चारों ओर किसी भी प्रकार का सामन सड़क पर ठेलों और गुमटियों के ज़रिये अतिक्रमण कर के नहीं बेचा जासकता।आज दोपहर इसी आदेश के तहत ट्रैफिक एस आई अपने हमराहितों के साथ घंटाघर चौराहा पहुंचे और सैकड़ों की तादाद में ठेलों पर फल और सब्ज़ी बेच रहे लोगों को वहां से हटने को कहा। एस आई के इस आदेश पर पहल और सब्ज़ी विक्रेता आक्रोशित हो गए और धक्कामुक्की पर उत्तर आये। स्थिति की गंभीरता और पुलिस की कम तादाद को देखते हुए सब इंस्पेक्टर ने अधिकारियों को बवाल की सूचना दी तो आस पास के कई थानो का फ़ोर्स मौके पर पंहुचा और हंगामा कर रहे ठेले वालों को बल पूर्वक वहां से हटाया ,घंटाघर चौराहे पर ठेला और सड़क पर सामन बेच रहे दुकानदारों ने बताया की वह इस जगह सालों से बिक्री कर के अपने परिवार को पाल रहे हैं इसके लिए सम्बंधित थाना पुलिस को रोज़ प्रति ठेला सौ रूपये भी अदा करते हैं फल आदि भी भेंट करते हैं फिर भी उन्हें रोज़ी रोटी से महरूम किया जा रहा है।नाराज़ दुकानदारों ने कुछ देर के लिए चौराहे पर जाम लगा कर पुलिस और राज्य सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की मगर भारी पुलिस बल के चलते उन्हें अपनी दुकाने और ठेले हटाने पड़े। पुलिस अधिकारियों का कहना है की ये सभी ठेले स्टेशन रोड पर जाम का कारण बनते हैं जिस से लोगों को दिक्कतेंहोती हैं और यात्रियों की ट्रेने मिस हो जाती हैं इन ठेलों के कारण क़ानून व्यवस्था को भी खतरा रहता है इस लिए इन्हे यहाँ से हटाया जा रहा है।आप को बता दें की ये आदेश काफी पहले से लागू है और कई बार इन ठेले वालों को खदेड़ा जा जुका है मगर स्थानीय पिलिस की मिली भगत से ये फिर धीरे धीरे सामन बेचना शुरू कर देते हैं। क्षेत्र की थाना पुलिस भी इनसे रोज़ पैसे वसूलती है।इस कारवाही के बाद घंटाघर चौराहे की सूरत ही बदल गयी और ट्राफिक आराम से गुज़र रहा है।
