SNN .शिलांग .२७ जुलाई .शिलांग iim में लेक्चर देते समय भारत के पुर्व राष्ट्रपति ,भारत रत्न ,अग्नि और पृथ्वी मिसाइल के जनक डा. ए पी जे अब्दुल कलाम का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.श्री कलाम शिलांग iim में लेक्चर दे रहे थे तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वो बेहोश हो कर गिर पड़े उन्हें तुरंत शिलांग के बेथानी अस्पताल लेजाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मरत घोषित कर दिया .८३ वर्षीय महान वैज्ञानिक पूर्व राष्ट्रपति के निधन की खबर सुनते ही देश और दुनिया में शोक की लहर दौड़ गयी.१५ अक्टूबर १९३१ को तमिल नाडू के छोटे से गॉव में पैदा हुए श्री कलाम ने अपनी अथक मेहनत और लगन से पढ़ाई कर के देश की सामरिक शक्ति को बढाने में जो योगदान दिया वो सब के लिए मिसाल है .एक वैज्ञानिक के रूप में भारत की सेवा करने वाले कलाम साहब को जब २५ जुलाई २००२ में भारत का 11वा राष्ट्रपति चुना गया तो पोरे देश में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी थी .इस से पहले उन्हें १९९७ में भारत रत्न से नवाज़ा गया था .अपनी काबलियत के बल पर कलाम साहब को १९८२ में DRDO का निदेशक चुना गया था इस पद पर रहते हुए उन्हों ने देश के लिए कई खोजें की .अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइल को विकसित कर के कलाम साहब विश्वप्रसिद्ध हो गए थे .उनके निधन से भारत का जो नुकसान हुआ है उसकी पूर्ती होना मुश्किल है .ये भारत के लिए एक बड़ा सदमा है .इस दुखद खबर के बाद भारत में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है .भारत के राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री ने अपने शोक सन्देश में कहा है की देश के लिए बड़ा सदमा है .
