कानपुर। सखी केंद्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को एक महीने तक मनाये जाने की कड़ी में २७ फ़रवरी को मर्चेंट चेम्ब्र हाल में दोपहर १२ बजे दलित महिला संसद का आयोजन किया जाएगा।संसद का उद्देश्य दलित महिलाओं को आरक्षण योजनाएं बिल पारित बजट एवं अन्य मुद्दों की जानकारी देना है सखी केंद्र की महामंत्री नीलम चतुर्वेदी ने संवाददाता सम्मलेन में यह जानकारी देते हुए बताया कि देश में दलितों की आबादी १७ प्रतिशत है लेकिन दलित महिलाएं आज़ादी के इतने सालों बाद भी भेदभाव का शिकार हैं।यह महिलाएं शहरों कस्बों और देहातों में दयनीय स्थिति में जीने को मजबूर हैं। नीलम ने कहा कि दलित संसद के माध्यम से दलित समाज की दबी कुचली महिलाओं में जागरूकता लानी है। इस कार्यक्रम में शरीक महिलाओं में से ११ को सत्ता पक्ष का मंत्री बनाया जाएगा और विपक्ष के लीडर भी होंगे। नीलम ने बताया की इस तरह का यह पहला कार्यक्रम होगा। कांफ्रेंस में प्रभावती गीता यादव माधुरी आराधना रावत माया कुरील आदि शामिल थीं
