कानपुर, 08 नवम्बर। विपक्ष नोटबंदी को लेकर खूब हल्ला किया, लेकिन देश की जनता इस बात को भली भांति जानती है कि नोटबंदी से देश को फायदा हुआ है। करोड़ों का कालाधन बाहर आ गया। जिन खातों पर अधिक रूपया पहुंचा है उसकी जांच की जाएगी। यह बात प्रदेश सरकार के खेल मंत्री कानपुर पहुंचने पर मीडिया से मुखातिब होते कही।उन्होंने कहा कि नोटबंदी का उद्देश्य कालाधन को बाहर लाना व डिजिटल लेन देन को बढ़ावा देना था। इस फैसले से दोनों उद्देश्य पूरे हुए हैं करोड़ों का कालाधन बाहर आ गया है। जिन खातों पर अधिक रूपया नोटबंदी के दौरान जमा किया गया है उसकी जांच की जाएगी। डिजिटल भुगतान उद्योग की वृद्धि दर जो कि पहले 20 से 50 प्रतिशत के बीच थी नोटबंदी के बाद बढ़कर 40-70 प्रतिशत के बीच हो गई। नोटबंदी के बाद सिर्फ एक वर्ष में पीओएस मशीनों की संख्या दोगुनी हो गयी है। कहा, देश की नकदी रहित यात्रा में नोटबंदी सिर्फ एक पड़ाव है, गतंव्य स्थान नहीं। इसने देशवासियों को एक मजबूत मनोवैज्ञानिक संदेश दिया कि नकदी स्वागत योग्य नहीं है और नकदी का डिजिटलीकरण अपरिहार्य है। इसके परिणामस्वरूप सिर्फ एक वर्ष में पीओएस मशीनों की संख्या दोगुनी हो गयी है। इस दौरान बैंकों ने भी डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए मोबाइल एप लॉन्च किए। इससे भी ग्राहक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आए। नोटंदी के बाद से टैक्स देने वालों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। जब पूछा गया कि टैक्स के दायरे में आने वाले नए लोगों की संख्या क्या है तो कहा अभी इसका स्पष्ट डाटा उपलब्ध नहीं है फिर भी कई गुना बढ़ोत्तरी हुई है। कुल मिलाकर विपक्ष ने नोटंबदी को जो हथियार बनाया था वह पूरी से फ्लाप हो गया है और जनता एक साल में इसके सकारात्मक परिणाम देखकर खुश है। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी, सुनील बजाज, अजय अग्निहोत्री, बृजेश तिवारी, रामशरण कटियार आदि मौजूद रहें।
