पंजाब / सफ़ेद मखियों के हमले से पंजाब में कपास की दो तिहाई फसल बर्बाद होजाने से आहात लगभग १५ से अधिक किसानों ने आत्म ह्त्या कर ली है जिसके चलते किसानों में खासा रोष क्याप्त है और वह इसके लिए बाज़ार में बिक रही नकली कीट नाशक दवाओं को दोषी बताते हुए सारा ठीकरा प्रदेश सरकार पर फोड़ते हुए सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन कर रहे है /किसानों का कहना है की फसलों की बर्बादी से किसानों को अब तक ४२०० करोड़ का आर्थिक नुकसान हुआ है जब की सरकार मुआवज़े के रूप में मात ६४० करोड़ रुपया देकर किसानों के आंसू पूंछने का काम कर रही है यह रक़म ऊंट के मुंह में जीरे के सामान है /किसानों ने इस रहत पॅकेज को नाकाफी बताते हुए इसे लेने से इनकार करने का एलान किया है/ सरकार की ओर से इस मामले में बरती जारही कोताही से नाराज़ किसानों का गुस्सा अब सड़कों पर दिखाई पड़ने लगा है जिसके चलते आज पंजाब के अनेक शहरों में उन्हों ने रोड जाम कर यातायात अवरुद्ध कर दिया /पीड़ित किसानों का यह भी कहना है की सफ़ेद मखियों के हमले से उनकी फसलें तबाह हुई है /