
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी ने बिना तैयारी के नोट बंदी का फरमान सुना दिया। जिससे देश की जनता में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सुबह छह बजे से बिना खाना खाए बैंकों में लोग अपने रूपए के लिए लाइन लगाने को मजबूर है। मोदी जी को इंसानों का दर्द नहीं मालूम होता। या यह कहे कि उन्हें जनता को परेशान करने में मजा आता है। हिटलर को भी जनता को परेशान करने में मजा आता था, लेकिन उसका क्या हश्र हुआ यह किसी से छिपा नहीं है। पूरे जोश में दिख रहे राजबब्बर ने यहां तक कह दिया कि पीएम साहब आपको मोदी जी कहने में मुझे शर्म आती है। लेकिन हम कांग्रेसी भारतीय लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं जिससे हम आपको मोदी जी कह रहें है। फिर भी आप ने देशवासियों के साथ बहुत बड़ा मजाक करते हुए दर्द दिया है। आपने आम जनमानस की मुस्कुराहट छीन लिया है। कहा कि अभी आप संसद में बोलने से डर रहें है अब आपको जनता सड़क पर भी नहीं बोलने देगी। जनता जिस कदर आपके फैसले से परेशान है उससे आपके लिए यही बेहतर होगा कि जनता के बीच अब भावुकता का नाटक बंद कर दे, वरना जनता आपको सही सलामत दिल्ली नहीं जाने देगी। कहा कि अपना रूपया लेने में अब तक 70 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं, मोदी जी बताएगें कि इसके जिम्मेदारी लेंगे या नहीं। जनता में जोश भरते हुए कहा कि बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी। इस दौरान सांसद प्रमोद तिवारी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष राजाराम पाल, नगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री, अभिजीत सिंह सांगा, नरेश चन्द्र त्रिपाठी, ममता तिवारी, ग्रामीण अध्यक्ष युवक अंकित धानविक, गौरव द्विवेदी, अभिषेक कठेरिया, राधा रमन एडवोकेट, पिंटू श्रीवास्तव, जीतू दत्त, अमित राय सहित सैकड़ों कांग्रेसी मौजूद रहें।
आरबीआई को सुनाई खरी खोटी
राजबब्बर ने कहा कि आरबीआई संवैधानिक संस्था होने के बावजूद पीएम के फैसले पर हां में हां मिली रही है। कहा कि आपके लचर रवैए से जनता त्रस्त हो चुकी है और आप लोग मुस्कुरा रहें है। बेहतर यही होगा कि आप अपना काम करें, नहीं यह ज्यादा दिन तक चलने वाला नहीं है, जनता जल्द ही सबक सिखाने का काम करेगी।
चूडियों के साथ सौंपा ज्ञापन
नोट बंदी के विरोध में प्रदेश अध्यक्ष ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही महिला कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप चूड़ियां भी सौंपी। महिलाओं ने कहा कि हमारा किचन पूरी तरह से बर्बाद हो गया है और घर में बच्चों को राशन नहीं मिल पा रहा है।