बी एन एस डी शिक्षा निकेतन बालिका विधालय में एक माह की ग्रीष्म कालीन चित्रकला प्रशिक्षण में छात्राओं को कोलाज बनाने की ट्रेनिंग डा प्रेमचंद विश्वकर्मा ने दी। घर की बेकार पड़ी वस्तुओं से कोलाज बनाने की तकनीक बताने के साथ ही डा प्रेमचंद ने कहा की इस से बेकार शब्द आप के जीवन से समाप्त हो जाये गा और निष्प्रयोज्य वस्तुओं का सुन्दरतम उपयोग सीख सकते हैं। इस कला को सीखने के बाद व्यक्ति को हर चीज़ में सुंदरता दिखने लगती है और उसके जीवन में नकारात्मक विचार ग़ायब हो जाते हैं। इसी के साथ डा प्रेमचंद ने घर में पड़े बेकार बल्ब ,पुराने ग्रीटिंग कार्ड्स और विभिन्न वस्तुओं से सजावट के तरीके बताये