कानपुर। मथुरा में हुई घटना को लेकर भाजपा युवा मोर्चा ने बड़ा चैराहा पर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री का पुतला फूक विरोध दर्ज कराया और घटना के सूत्रधार रामवृक्ष यादव का शिवपाल से संबंध होने का आरोप लगा मुख्यमंत्री से शिवपाल का इस्तीफा मांगा। इसके साथ ही शहीदों को एक-एक करोड़ रूपए मुआवजा दिए जाने को लेकर भी विरोध दर्ज कराया गया।
मथुरा के जवाहरबाग में हुई घटना के बाद जहां प्रदेश सरकार बैकफुट पर आती दिख रही है तो वहीं भाजपा दिनोंदिन हमलावर होती जा रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से शुरू हुआ हमला राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर पार्टी के कई मंत्री लगातार सपा सरकार पर आरोप लगा रहें है। इसी क्रम में मंगलवार को भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने बड़ा चैराहा पर सपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं में आक्रोश इस कदर था कि जाते-जाते पुलिस बल की मौजूदगी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूक डाला। जिलाध्यक्ष प्रमोद विश्वकर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि सपा सरकार जब भी सत्ता में आई है आम जनता का जीना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा अब तो हालात यह हो गए कि अपराधी इस कदर सत्ता के नशे में चूर है पुलिसकर्मी से लेकर एसपी स्तर के अधिकारियों को मारा जाना उनके लिए बड़ी बात नहीं है। जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मथुरा में हुई घटना के सूत्रधार रामवृक्ष यादव का कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव से संबंध है। जिसके चलते उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया है। रमेश अवस्थी ने कहा कि शिवपाल रूपयों के लिए किसी भी अपराधी को अपना बना लेता है। सभी कार्यकर्तााओं व पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से घटना की सीबीआई जांच व शिवपाल से इस्तीफे की मांग करते रहे। इसके साथ ही शहीदों के परिजनों को एक-एक करोड़ की आर्थिक सहायता देने की मांग की गई। इस अवसर पर युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रमोद विश्वकर्मा, दिनेश सिंह, रामचन्द्र अवस्थी, राहुल सिंह, अंकुर गुप्ता, मनोज द्विवेदी, श्याम सिंह आदि मौजूद रहें।