नई दिल्ली- snn भाजपा कार्यालय में जहां एक तरफ पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक चल रही थी वहीं बिहार में राजग की बुरी तरह पराजय पर खुद उनकी ही पार्टी के सांसद अपने शीर्ष नेतृत्व पर ऊंगली उठाते हुए कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण पर दिए गए बयान में दलितों और पिछड़ों में दहशत पैदाकरने का काम किया वहीं पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए किसी व्यक्ति का नाम न उभारे जाने की वजह से भी लोगों में गफलत की स्थिति पनपने लगी कि कही भाजपा उच्च जाति के व्यक्ति को चुनाव के बाद मुख्यमंत्री की गददी पर आसीन न कर दे। उन्होंने कहा कि आरक्षण सिर्फ लोगों के लिए रोजी रोटी का जरिया ही नहीं बल्कि उनके सम्मान का भी हिस्सा है। और उन्हें आरक्षण को लेकर संघ प्रमुख के बयान के बाद अपने सम्मान पर जब ठेस लगती दिखी तो उन्हें महागठबंधन के पक्ष में मतदान के लिए मजबूर होना पड़ा।