राजेश मिश्र /पटना, बिहार सभा चुनाव के दूसरे चरण के मदतान के बाद अब तीसरे चरण की जंग के लिए सभी राजनैतिक दलो के नेता ताल ठोककर एक बार फिर से मैदान में उतर पड़े हैं ख़ास बात यह है कि पिछले दो चरणोें के हुए मतदान में भी यह नेता सर्वाधिक वोटों को पाने का दावा करते हुए अपनी सरकार बनने का रास्ता जनता के बीच जाकर दिखा रहे है, हालांकि इसका सही आकलन 8 नवम्बर को होने वाली मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन इस बीच सियासी दलों के नेताओ में जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। और सभी दल जनता के बीच जाकर खुद को एक दूसरे से बड़ा बताने से बाज नहीं आ रहे है , कांग्रेस जदयू राजग का महा गठबंधन हो या फिर एनडीए का जमावड़ा सभी घटक दल अपने अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए है। कल विहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने यहां राधौपुर विधानसभा क्षेत्र जहां से लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव चुनाव मैदान में अपनी किसमत आजमा रहे है /नीतीश ने यहाँ पहुचकर एक घंटे तक रैली को संबोधित करते हुए मोदी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि केंद्र की डेढ़ साल की उपलब्धियों ने जनता के बीच मोदी के चेहरे को बेनकाब कर दिया है। और वह इस बार उनके झांसे में आने वाली नहीं है नितीश कुमार ने केंद्र सरकार पर तंज़ कसते हुए कहा कि जो सरकार धन्ना सेठों के हाथों की कठपुतली बनकर नाच रही हो उसे गरीबों के दर्द से क्या लेना देना है। , वहीं नितीश के इस बयान पर पलट वार कतरे हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्विट पर लालू और नितीश पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि नितीश के जंगल राज का हश्र बिहार की जनता देख चुकी है और वह इस बार उस गन्दे इतिहास को कतई दोहराना नहीं चाहेगी। वहीं मोदी ने लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि लखौरा में पंखा गिरने की चपेट में आए लालू ने शायद इस बात से सबक नहीं लिया कि कहीं अरबल में उनका मंच टूट रहा है तो कही उनके ऊपर पंखा गिर रहा है मोदी ने कहा लालू पर आ रही यह आपदा ब्राहमणो को गालियां दिए जाने का नतीजा है।