थोड़ा हिन्दू तू भी बन जा ,थोड़ा मुसलमां मै भी हो जाऊं —कुमार कर्ण पेशे से शिक्षक बिहार के कुमार कर्ण ने यू पी की सांप्रदायिक घटनाओं को कुछ इस अंदाज़ से प्यार में बदलने की कोशिश की poem by kumar karn Share ! tweet