कानपुर। पीड़ित महिलाओं के लिए भले ही संविधान में धाराओं की भरमार हो लेकिन जमीनी सतह पर आज भी महिलाओं को न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने ऐसी आशा ज्योति केन्द्र की स्थापना की है जिससे पीड़ित की टूट चुकी आशा का सभी निवारण एक ही छत पर होता है। लगभग तीन माह में कानपुर नगर में इस केन्द्र के परिणाम भी सकारात्मक देखने को मिल रहें है।
महिला दिवस के अवसर पर आठ मार्च को सूबे के मुखिया अखिलेश यादव ने निर्भया केन्द्र की तर्ज पर पीड़ित महिलाओं के लिए एक ही जगह सभी समस्याओं का निवारण के लिए आशा ज्योति केन्द्र की स्थपना की हैं, हालांकि अभी यह व्यवस्था पूरे प्रदेश मे लागू नही हुई है। कानपुर समेत 11 जनपदों में ज्योति केन्द्र जिम्मेदारी के साथ अपने कार्य का निर्वहन कर रही है। टीम ने जब कानपुर केन्द्र का जायजा लिया तो यहां पर अब तक 100 से अधिक पीड़ित महिलाओं की समस्याओं का निवारण किया जा चुका है। जिला प्रोबेशन अधिकारी अजित प्रताप सिंह ने बताया एक ही छत के नीचे पीड़िता को परामर्श, एफआईआर, मेडिकल, विधिक सेवा अल्प आवास के हिसाब से कौशल विकास प्रशिक्षण दिए जाने की सुविधा प्रदेश सरकार द्वारा की गयी है। इस केन्द्र में पीड़ित महिला हेल्प लाइन 181 टोल फ्री के नंबर पर शिकायत करती है, तो तत्काल उस महिला की शिकायत को त्वरित कार्रवाई कर उसे निवारण किया जाता है। वहीं अगर महिला आने-जाने में दिक्कत हो रही है तो हमारी रेस्कयू वैन उन्हें लाने-ले जाने का काम भी करती है।
केन्द्र से जुड़ी कई संस्थाए
प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही आशा ज्योति केन्द्र में कई संस्थाए जुड़ी हुई है, जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, चाइल्ड हेल्प लाइन पुलिस चौकी, 181 महिला हेल्प लाइन है। प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि इस केन्द्र में इन संस्थाओं से जूड़े कर्मचारी है वह बाखूबी तरीके से अपने काम को करते है और अधिक समय जनता के बीच जाकर लोगों को 181 व महिलाओं के अधिकारों को बताते है।
इन जिलों चला रहा आशा ज्योति केन्द्र
विभागीय अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में 11 रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केन्द्र गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, आगरा, लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वारणसी, गोरखपुर, गाजीपुर, कन्नौज के जनपदों में चल रहा हैं।
इनके है अहम रोल
जिला अस्पताल उर्सला में खुला आशा ज्योति केन्द्र में महिला चौकी में रीना गौतम, महिला हेल्पलाइन काउंसलर 181 से दीप्ती सिंह प्रियंका तिवारी, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं की समन्वयक ज्ञान्ति देवी, परामर्शदाता से अर्पिता सिंह, मोनिका, प्रियांशी पाण्डेय, रेनू आदि लोग है, जो अपना अहम रोल अदा कर रहे है।
