चालीस साल पहले आज ही के दिन २५ जून को देश में लागू की गई इमरजेंसी की निंदा करते हुए समाजवादी पार्टी ने आपातकाल विरोध दिवस मनाया .नवीन मार्किट स्थित पार्टी कार्यालय में नगर अध्यक्ष महताब आलाम की अध्यक्षता में इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा की भारत में इमरजेंसी एक काला अध्याय बन चुका है जिसे याद करने मात्र से ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं .इस अवसर पर महताब आलम ने कहा की पूर्व प्रधानमंत्री स्व . श्रीमती इंदिरा गाँधी की ताना शाही का नतीजा था आपातकाल .सपा नगर महासचिव अम्बर त्रिवेदी ने कहा की आपातकाल में बड़े बड़े नेताओं को विरोध करने पर जेल में ठूंसने का काम किया था .उस समय लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ यानी मीडिया को भी नहीं बक्शा गया और इमरजेंसी का वोरोध करने पर अखबारों पर प्रतिबन्ध लगाये गए .सपा नेता अम्बर त्रिवेदी ने कहा की उन लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित करने का काम समाजवादी पार्टी ही कर रही है इस से पहले किसी पार्टी ने आपातकाल में जेल जाने वाले लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान नहीं किया .
