abu obaida .28.05.2015 अखिल भारतीय अल्पसंख्यक बोर्ड के बैनर तले अल्प संख्यक समुदाय के हितो की रक्षा और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने करने के लिए सिविल लाइंस स्थित रागेन्द्र स्वरुप हाल में एक सेमीनार का आयोजन हुआ।इस आयोजन में अल्पसंख्यक समुदाय के धरगुरुओं ने हिस्सा लिया। स्थानीय धरगुरुओं के अलावा चेन्नई व् अन्य शहरों से आये लोगों ने इस आयोजन में अपने विचार रखे।अध्यक्षता कारी अब्दुल क़ुद्दूस ने की। संचालन का ज़िम्मा पादरी सतेंद्र और मौलाना समीउल्लाह क़ासमी ने संभाला।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए चेन्नई से आये बुद्ध ट्रस्ट आफ इण्डिया के डी० सुबोधो ने कहा की भारत एक खूबसूरत मुल्क है जिसे कुछ मनुवादी ताक़तें धर्म,जातपात और भाषा के नाम पर बांटने की साज़िशों में लगातार लगी हुई हैं जो की चिंता का विषय है इन सभी मनुवादी साज़िश कर्ताओं को अल्पसंख्यक समुदाय कभी कामयाब नहीं होने दे गा। इटावाः से आये सरदार हरजीत सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा की १९८४ से सिख दंगा पीड़ित अपने आप को आज भी असुरक्षित महसूस कर रहा है और उसे मुआवज़े के नाम पर दर दर भटकना पड़ रहा है।
जमीयत उलेमा हरदोई के प्रवक्ता हाजी जब्बार क़ासमी ने कहा की हिन्दुस्तान की गंगा जमुनी तहज़ीब को फ़िरक़ा परस्त शक्तियां खत्म करदेने पर तुली हैं जिसका डट कर मुक़ाबला करने का समय आगया है। यही वक़्त है की सभी अल्पसंख्यक एकजुट होकर इन ताक़तों को मुहतोड़ जवाब दें।
अल्पसंख्यक बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव पैंथर धनीराम बौद्ध ने कहा की सालों से अल्पसंख्यक खासकर मुस्लिम समाज के युवकों को आतंकवाद के नाम पर जेल में सड़ाया जा रहा है। जब की सैकड़ों मुस्लिम नवजवानों को शीर्ष अदालत ने बाइज़्ज़त बरी किया है ,धनीराव बौद्ध ने मांग की है की आतंवाद के झूठे मुक़दमों में जेल काट कर बाइज़्ज़त बरी हुए मुस्लिम नवजवानों को मुआवज़ा दिया जाये और उन पुलिस वालों के खिलाफ मुक़दमा चलाया जाए जिन्हों ने फ़र्ज़ी मामलों में मुस्लिम लड़कों को जेल भेज कर कलंकित किया।
इस सेमीनार में जब बहुजन समाज पार्टी कानपुर के कद्दावर नेता सलीम अहमद को बोलने का मौक़ा मिला तो वो राजनितिक बयानबाज़ी से नहीं चूके ,उन्हों ने याद दिलाया भाजपा लीडर वरुणगाँधी के मुसलमानो के खिलाफ दिए ब्यान पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें गिरफ्तार कर तीन दिल जेल में बंद रखा था मगर मौजूदा समाजवादी पार्टी की सरकार में साक्षी महाराज और जाने कितनी साध्वी और साधू अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानो के खिलाफ ज़हर उगल रहे हैं जिन्हे गिरफ्तार करना तो दूर टोकने वाला भी कोई नहीं।बसपा नेता सलीम अहमद ने अल्पसंखक नेताओं पर चुटकी लेते हुए कहा की जब चुनाव का माहोल होता है तो सब एक साथ नज़र आते हैं मगर आम दिनों में सब अलग अलग रहते है उन्हों ने कहा की सभी अल्पसंख्यकों को मज़बूती से एक साथ खड़े होने की ज़रूरत है तभी देश में अल्पसंख्यक समुदाय अपने को सुरक्षित महसूस करे गा