कानपुर। दिल्ली यूनिवर्सिटी कोर्स में शामिल मृदुला मुखर्जी व विपिन चन्द्र की लिखी पुस्तक इंडियाज़ स्ट्रगल फॉर इंडिपेंडेंस के अध्याय २० में आज़ादी के महा नायकों शहीद भगत सिंह चन्द्र शेखर आज़ाद और चटगांव काण्ड के महा नायक सूर्य सेन को आतंकी बताने पर देश भर में बवाल खड़ा होगया है। ऐसे में कानपुर जैसे शहर में प्रतिक्रया होना लाज़मी था और हुआ भी वही।गुरुवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में समाजवादी कार्यकर्ता डाक्टर अभिमन्यु गुप्ता की अगुवाई में परेड पर जमा हुए और हाथों में फांसी का फंदा और चूड़ियां लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी व मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। इस अवसर पर स्कूल के छोटे बच्चे भी महानायकों के अपमान पर दुखी दिखाई दिये। अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि मोदी राज में दिल्ली विश्व्विद्यालय में ऐसी पुस्तक का पाठ पढ़ाया जा रहा है जिस में भगत सिंह चन्द्र शेखर आज़ाद सूर्य सेन व अन्य आज़ादी के वीरों को नायक की जगह खलनायक बन दिया गया और अभी तक केंद्र सरकार ने कोई एकशन नहीं लिया जोकि शर्मनाक है। उन्हों ने कहा कि आज़ादी के ६७ साल बाद भी देश के नेता और लेखक भगत सिंह को शहीद का दर्जा नहीं दे पारहे। अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि इसी बात से क्रोधित होकर हम ने फांसी का फंदा और चूड़ियाँ कोरियर के ज़रिये प्रधानमंत्री को भेजी हैं। कहा कि जो ज़िम्मेदार इस ज़लील अध्याय को बैन नहीं करा सकते वह हाथों में चूड़ियाँ पहन लें या फिर अपने गले में फांसी का फंदा डाल लें। इस अवसर पर भूल सुधार और शहीद भगत सिंह को भारत रत्न देने की भी मांग की गयी।प्रदर्शन में ज़हीर आलम संजय चौधरी हसन अब्बास मयंक चौधरी राजीव शर्मा महिपाल आदि मौजूद थे।
