कानपुर। पड़ाड़ी इलाकों में हो रही घनघोर बारिश के बाद वहां की नदियां उफान मार रही है तो तबाही को रोकने के लिए उस पानी को विभिन्न नादियों की ओर मोड़ दिया है। जिसका असर कानपुर के गंगा बैराज में देखने को मिला रहा है। पानी के लगातार बढ़ रहे स्तर को देखते हुए गंगा बैराज कटरी निवासी सभी ग्रामीण पलायन कर रहे है। इधर सिचांई विभाग ने भी गंगा जल स्तर बढ़ने की बात कही हैं। गंगा चेतावनी बिंदु लगभग 112.95 मीटर से 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, ऐसे में प्रशासन सतर्क हो गया और गंगा बैराज पर नाव चलाने पर रोक लगा दी है।नरौरा बांध से एक लाख क्यूसेक पानी गुरुवार को छोड़ा गया, जो शनिवार शाम तक शहर पहुंचेगा। इस पानी के आने से जलस्तर में करीब 50 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी मानी जा रही है। इससे खतरे के निशान 114 मीटर तक गंगा पहुंचे जाने की बात अधिकारियों द्वारा कहीं जा रही है। बढ़ते पानी के स्तर को देखते हुए गंगा के किनारे रहने वाले कटरी इलाके के लोग अपने परिवार के साथ पलायन करने को मजबुर हो रहे हैं। जबकि नदी के पानी से कटरी का चैनपुरवा गांव पूरी तरह से घिर चुका है। जब जलस्तर खतरे के निशान 114 मीटर पर पहुंचेगा तो यह गांव चारों ओर से घिर जाएगा। 10 सेंटीमीटर पानी और बढ़ने पर गांव में पानी घुस जाने की संभवाना हैं। देवनीपुरवा के पंचायत घर में भी पानी घुस जाएगा। तहसीलदार सदर अनिल कुमार ने देवनीपुरवा, चैनपुरवा, घारमखेड़ा आदि गांवों का निरीक्षण कर ग्रामीणों से सतर्क रहने के निर्देश पहले ही दे चुके हैं।
यहां बनेंगी चैकियां
नदी के जलस्तर को बढ़ते हुए जिला प्रशासन व सिचाई विभाग ने पहले से ही कमर स ली है। उन्होंने बताया कि नदी के किनारे जाने से लोगों को रोकने के लिए जागेश्वर मंदिर नवाबगंज, संभरपुर, परमट, डोमनपुर, पुराना कानपुर जूनियर हाईस्कूल, नागापुर और कटरी राजापुर समेत 12 स्थानों पर राहत चैकियां बनेंगी।
यहा भी बन सकती हैं चैकियां
इनकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। ये गांव होंगे प्रभावित चैनपुरवा, प्रतापपुर हरी, मक्कापुरवा, शंकरपुर सराय, कटरी ज्योरा, कटरी लुधवाखेड़ा, ईश्वरीगंज, हृदयपुर, चिरान, तिश्जा, पपरिया, दल्लापुरवा, भारतपुरवा, शिवदीनपुरवा, भगवानदीन का पुरवा, दुर्गा पुरवा, गंगारामपुर, देवनीपुरवा, घारमखेड़ा आदि। जलस्तर पर निगाह है। गांवों में लेखपाल तैनात हैं।
बाढ़ से निपटने को तैयारियां पूरी
जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ आपदा की कमान एडीएम वित्त एवं राजस्व शत्रुघ्न सिंह को सौपी गई हैं। उनसे हुई बातचीत में बताया कि गंगा के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए सुरक्षा के मददेनजर रखते हुए बैराज व अन्य घाटो पर 80 नाविकों को लगाया गया है। जबकि उन्हे लाइफ जैकेट 178 रस्सा नायलान 9 मोटर बोट 1 सरकारी नाव 4 लाइफ गार्ड 4,रोप लैडर 6 एल्यूमिनियम लैडर की संसधान की व्यवस्था की हैं।