एडीजी एसआईटी महेन्द्र मोदी ने आज कानपुर के नवाबगंज और पनकी थानों का औचक निरीक्षण किया । उन्होंने थाने के रजिस्टरों की जांच पड़ताल की, तथा सभी सिपाहियों व थानाध्यक्ष की क्लास ली। लापरवाही का आलम ये था कि जब एडीजी ने बीट पुस्तिका के बारे में पूछा तो कई सिपाही बीट पुस्तिका के बारे में सही-सही जवाब नहीं दे पाये।
पनकी थाने के शिव नरेश नामक सिपाही द्वारा सही जानकारी दिये जाने पर एडीजी ने उसे शाबाशी दी।
दरअसल सिटीजन चार्टर एक्ट के तहत शासन द्वारा सूबे के सभी थानों में पुलिस द्वारा जनता के प्रति कार्यों की जांच रिपोर्ट तैयार कराई जा
रही है। कार्यों की समीक्षा कर रहे एडीजी एसआईटी महेन्द्र मोदी इसी सिलसिले में दोपहर में नवाबगंज थाने पहुंचे। यहां पर उन्होंने एक-एक कर सभी रजिस्टरों को देखना शुरू किया। रजिस्टरों में फरियादियों से
लेकर अन्य मामलों को लेकर होने वाले सत्यापनों में घोर लापरवाही पाई गई। किसी भी रजिस्टर में जनता द्वारा शिकायती पत्र का दिन अथवा तारीख अंकित नहीं थी। वहीं उनके निस्तारण तक की तारीख नहीं चढ़ाई
गई थी। यही रिपोर्ट थाना पुलिस द्वारा जिला व शासन को भेज दी जाती थी।
इतनी बड़ी लापरवाही देख एडीजी ने थानाध्यक्ष को फटकार लगाई साथ ही एसपी व सीओ के भी लापरवाही पर पेंच कसे। उन्हाेंने थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार शुक्ल व हेड मोर्हिरर को आज रात 12 बजे तक का समय देते हुए
सभी रजिस्टरों को पूरा कराकर रिपोर्ट मांगी है।
पनकी थाने के बाथरूम में नल खुले मिलने नाराजगी जताते हुये उन्होंने पानी बचाने के फायदे बताये।
पनकी थाने में रिकार्ड दुरूस्त न मिलने पर उन्होंने थानाध्यक्ष पनकी नन्हे लाल यादव को फटकार लगाई और कहा कि 16 तारीख तक रजिस्टर को मेनटेन करें, नहीं तो कार्यवाही होगी। महेन्द्र मोदी
जी ने खुलासा टीवी को बताया कि वह खाली समय में वे समाज सेवा भी कर रहे हैं।
इसी के अन्तर्गत उन्होंने एक पुस्तिका ’21वीं सदी की जल संरक्षण तकनीक- उन्नत डिजाइन के साथ’ भी लिखी हैं। जो जल्द ही प्रकाशित होगी। इसमें पानी और बिजली को बचाने के उपाय बताए गए हैं। कल एडीजी महोदय कानपुर देहात के थानों का निरीक्षण करेंगे।
