कानपुर। शिक्षा के बाज़ारी करण आदमी पार्टी ने प्राइवेट स्कूलों में मनमानी फीस वसूलने व अपने ही स्कूल से कॉपी किताबो व ड्रेस का कारोबार करने व गरीब बच्चों को दाखिला न दिए जाने के विरोध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि बार बार उच्चाधिकारियों से शिकायत किये जाने के बावजूद भी कार्रवाई न किये जाने से स्कूल और अधिकारियों मिलीभगत का अंदेशा लगता है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूलों की फीस दिन बदिन बढ़ती रही है जिसपर अधिकारी अपनी आँखें मूंदे रहते हैं ऐसा लगता है कि वह भी इस काले कारोबार से हिस्सा लेते हैं। ज्ञापन देने वालों ने कहा कि सब को शिक्षा के अधिकार की बात तो कही जाती है लेकिन वह केवल कागज़ों पर ही है और धरातल पर लूटमार का बाज़ार गर्म है। स्कूलों में किताबें वहीँ से महंगे दामों पर खरीदनी पड़ती हैं जिनपर कोई डिस्काउंट नहीं दिया जाता वहीँ ड्रेस में भी घटिया कपड़ा इस्तेमाल कर महंगे दाम वसूल किये जाते हैं जो की सरासर जुल्म है। विरोध करने पर बच्चों को स्कूल से निकालने की धमकी दी जाती है। कार्रवाई न होने पर लम्बे आंदोलन की चेतावनी दी गयी। सभी निजी स्कूलों में ४० प्रतिशत गरीब बच्चों के प्रवेश के आरक्षण की भी मांग की गयी।
