श्रीनगर- snn प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने जम्मू कश्मीर दौरे पर कश्मीर की जनता को दीपावली के पहले 80 हजार करोड़ रूपये का तोहफा दिये जाने का फैसले का ऐलान करते हुए कहा कि यह तो महज शुरूआत है कश्मीर की जनता के लिए केंद्र ने दिल्ली का खजाना खोल दिया है और कश्मीर को आधुनिक कश्मीर बनाना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। उन्हांेने इसके लिए युवाआंे को आगे बढ़कर आने का आह्वान करते हुए कहा कि कश्मीर के मुददे पर किसी के हस्तक्षेप की जरूरत नही है और न ही सरकार को इसपर किसी से सलाह-मशविरे की जरूरत है ,प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीरियत, जम्हुरित, व इंसानियत का जो संदेश पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने दिया था आज भी प्रासंगिक है। और सरकार उसी नक्शेक़दम पर चलकर कश्मीर को उसके पुराने पर्यटक स्वरूप में लाने की दिशा में काम कर रही है। इसमें कश्मीर की जनता को सरकार की मदद के लिए कन्धे से कन्घा मिलाकर सहयोग करने की जरूरत है। शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह उदगार व्यक्त किए। उन्होंने एक बार फिर सबका साथ सबका विकास नारे को दोहराते हुए कहा कि कश्मीर के एडवेंचर टूरिज्म को नये आयाम देने की जरूरत है। क्योंकि प्राकृतिक उत्पादकता के मुकाबले में कश्मीर कही से पीछे नहीं है। उन्होंने कश्मीर के प्रतिभावान क्रिकेटर परवेज रसूल के प्रदर्शन को उतकृष्त बताते हुए कहा कि कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय मैच शुरू होना चाहिए क्योकि यहां के बल्लो की धूम से समूची दुनिया वाकिफ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू से कश्मीर को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए 34 हजार करोड़ रूपये लागत से राष्ट्रीय राज्यमार्ग का निर्माण चल रहा है और इसके पूरा हो जाने पर यह रास्ता मात्र चार से पांच घंटे में पूरा किया जा सकेगा। जबकि अभी 9 से 10 घंटे का सफर तय करना पड़ता है। उन्होंने भ्रष्ट्राचार के मुददे पर कहा कि सरकार ने पिछले 17 माह के कार्यकाल में इसे काफी हद तक नियंत्रित करने का प्रयास किया हैै और यही कारण है कि आज भारत भ्रष्ट्राचार के मामले में दुनियां में 95 वें नम्बर से नीेचे आकर 85 वें नंबर पहंुच गया है। उन्होंने कहा कि भारत ने आर्थिक क्षेत्र में भी दुनिया में अपना अलग स्थान स्थापित करने में कामयाबी हासिल करने में सफलता अर्जित कर ली है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवानी पी डी पी सुप्रीमो व जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने काश्मीरी शाल उढ़ा कर की /