कानपुर। थाना चौबेपुर अंतर्गत एक फ़रवरी २०१४ को ग्राम डिंगरापुर और ३१ मार्च २०१५ की रात ग्राम रामपुर किशोर में की गयीं दूध विक्रेताओं की गोलीमार कर हत्याओं का खुलासा करते हुए दो इनामयाफ्ता हत्यारोपियों को असलहों सहित गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।चौबेपुर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए उदयवीर उर्फ़ गद्दार व इंद्रजीत किशुनपुर गाँव के निवासी हैं और गब्बर की तरह मशहूर ज़ालिम रम्मन शर्मा के पुत्र हैं जिसका आतंक किशुनपुर में इतना है कि लोग अपने बच्चों को घरों से से यह कह कर नहीं निकलने देते की कहीं रम्मन न आजाये। बतादें की रम्मन शर्मा को पुलिस दो दिन पूर्व उपरोक्त ह्त्या काण्ड में जेल भेज चुकी है जब की इन हत्याकांडों में उदयवीर और इंद्रजीत फरार चल रहे थे। पुलिस ने इनके कब्ज़े से एक बारह बोर व एक ३१५ बोर का तमंचा और कई कारतूस बरामद किये हैं। गिरफ्त में आये दोनों इनामी सगे भाइयों ने क़ुबूल किया की गाँव के शांतून शर्मा से उनकी ज़मीनी रंजिश चल रही थी जिसमे दूध विक्रेता राकेश व रमेश चन्द्र मदद कर रहे थे।पकडे गए हत्यारोपियों ने बताया कि उक्त दोनों दूधियों को वह न मरते तो वे इन्हे मार देते।
पुलिस लाइन सभागार में एक प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण सुरेन्द्र नाथ तिवारी ने पकडे गए दोनों शातिर अपराधी हैं और इनपर थाना चौबेपुर में ह्त्या ह्त्या के प्रयास व अन्य मामलों में दो दर्जन से अधिक मुक़दम दर्ज हैं।पुलिस कप्तान ने इस खुलासे पर चौबेपुर थाना प्रभारी अमरपाल सिंह व सहयोगियों को पांच हज़ार रूपये इनाम देने की घोषणा की है। थाना प्रभारी अमरपाल सिंह ने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी से क्षेत्रीय लोगों में जो दहशत थी वह खत्म हो गयी है और सब खुश हैं।