20-07-2013,नई दिल्ली। आईपीएल की मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंगके सारे सच का पर्दाफाश हो चुका है। जिस दाऊद इब्राहिम के हुक्म से आईपीएल में सट्टेबाजी की तरफ दिल्ली पुलिस इशारा कर रही थी, उस दाऊद की एक फोन कॉल से एक मंत्रीजी का नाम सामने आ रहा है। सवाल है कि कौन है दाऊद का वो सट्टेबाज मंत्री।
20 साल से फरार इंडिया के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम के खिलाफ दो बड़े और पुख्ता सबूत भारतीय एजेंसियों के हाथ लगे हैं। पहली बार ये सबूत गवाही देने वाले हैं कि कैसे आईपीएलकी स्पॉट फिक्सिंग का सारा खेल पाकिस्तान में बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के हुक्म पर चलता था।
दुनिया के सबसे खतरनाक मुजरिमों में से एक दाऊद इब्राहिम की आवाज को हिंदुस्तान की पुलिस ने कैद कर लिया है। वहीं दाऊद के खुलासे ने हिंदुस्तान की हुकूमत को हिला कर रख दिया है। 160 सेकंड की रिकॉर्ड की गई फोन कॉल में दाऊद इब्राहिम एक मिनिस्टर का जिक्र कर रहा है। वो मिनिस्टर, जिसका जिक्र खुद दाऊद इब्राहिम अपने सिंडिकेट के बुकी और दुबई के बिजनेसमैन डॉक्टर जावेद चुटानी से बातचीत में करता है।
दाऊद इब्राहिम उस मिनिस्टर से बात कराने के लिए जावेद चुटानी को भरोसा दिलाता है। जाहिर तौर पर ये बातचीत कांफ्रेंस के जरिए की जानी थी। जिस स्पॉट फिक्सिंग के खेल ने हिंदुस्तान के क्रिकेट में हड़कंप मचा दिया था, उसमें अंडरवर्ल्ड और खुद दाऊद के हाथ होने का दावा तो दिल्ली पुलिस ने तो पहले दिन ही किया था- ताल ठोंककर।
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने आईपीएल-6 शुरू होने से पहले ही कराची से दुबई अपने एक सटोरिये को फोन किया था। उसी फोन में एक मंत्री से डील की बात सामने आई है।
इधर हिंदुस्तान में आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला और उनकी टीम क्रिकेट का रंगारंग कार्यक्रम शुरू करने की तैयारी कर रही थी, उधर कराची में बैठा दाऊद इब्राहिम आईपीएल की दूसरी तैयारी में लगा था। ये तैयारी थी आईपीएल के सीजन-6 में स्पॉट फिक्सिंग कराने की बड़ी साजिश कराने की, जिसके लिए डी कंपनी ही नहीं, खुद दाऊद इब्राहिम क्रिकेट के बुकी और दुबई के बिजनेसमैन डॉ जावेद चुटानी के साथ फोन पर एक्टिव हो चुका था।
26 मार्च 2013 यानी आईपीएल से तकरीबन दस दिन पहले दाऊद इब्राहिम ने कराची से अपने फोन नंबर से दुबई में डॉक्टर जावेद चुटानी को फोन किया। भारतीय समय के मुताबिक तब रात के साढ़े नौ बज रहे थे। कराची और दुबई का ट्रैफिक व्यस्त होने के चलते ये कॉल हिंदुस्तान से डाइवर्ट होकर दुबई पहुंचा। सूत्रों के मुताबिक दाऊद इब्राहिम का नंबर भारतीय एजेंसियों के रडार पर था और दाऊद की 160 सेकंड की ये बातचीत रिकॉर्ड हो गई।
दाऊद की आवाज बीस साल बाद आई लेकिन उससे भी ज्यादा ये सवाल सामने आ गया है कि आखिर वो मंत्रीजी कौन हैं। और कहीं ऐसा तो नहीं कि उस मंत्रीजी का नाम आने से ही स्पॉट फिक्सिंग का पूरा मामला दबा दिया गया।
